साइबर शातिरों ने 'वैक्सीन' को बनाया हथियार
वैक्सीनेशन के नाम पर कॉल व लिंक भेज शातिर ले रहे बैंक अकाउंट की डिटेल
साइबर थाने में पहुंच रही शिकायतों को देखते हुए लोगों को अवेयर करने में जुटे एक्सपर्टसाइबर शातिर हर चीज में फ्राड का रास्ता खोज ही लेते हैं। इन दिनों कोरोना वैक्सीनेशन को भी वह अपना हथियार बना लिए हैं। साइबर शातिर वैक्सीनेशन के नाम पर लोगों से फ्राड कर रहे हैं। इसके लिए फ्राड लोगों को कॉल करके फंसाने की कोशिश में हैं। लोगों के पास रजिस्ट्रेशन के नाम पर लिंक तक भेजे जा रहे हैं। शातिरों के इस नए फार्मूले को साइबर थाने ने कैच कर लिया है। थाने के जिम्मेदार पब्लिक को अवेयर करने में जुटे हैं। कुछ लोगों द्वारा की गई शिकायत के बाद इस मामले को लेकर साइबर थाना अलर्ट हो गया है। छानबीन में मालूम चला है कि इस तरह के फ्राड को अंजाम देने में झारखंड का गैंग काम कर रहा है। वैक्सीनेशन को लेकर आने वाली कॉल पर मांगी गई डिटेल खासकर बैंक संबंधी जानकारी न दें। भेजे गए लिंक पर बैंक से सम्बंधित डिटेल या ओटीपी जैसी चीजें शेयर न करें।
ऐसे बनाते हैं अपना शिकारसाइबर थाने को करीब आधा दर्जन शिकायतें पिछले बीस से पच्चीस दिनों में मिली है। लोगों ने पुलिस को बताया कि उनके पास एक कॉल आई थी। कॉलर द्वारा कोविड वैक्सीन लगवाने को लेकर बातें शुरू की गई। फ्राड कॉल पर वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराने जैसी जानकारी लेते हैं। इसके बाद वैक्सीनेशन के लिए वे रजिस्ट्रेशन करने के नाम पर तमाम जानकारियां लेने लगते हैं। जैसे आधार कार्ड नंबर, मोहल्ला, जिला नाम यहां तक कि बैंक अकाउंट का नंबर या एटीएम कार्ड पर लिखे बारकोड के नंबर तक पूछते हैं। वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन के नाम पर यह जानकारियां देते हुए वे खाते से रुपये निकाल लेते हैं। इन दिनों साइबर शातिर लोगों के पास वैक्सीनेशन के लिंक भी भेज रहे हैं। भेले गए लिंक पर वैक्सीन लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन की बात कर उसे ओपन करने की बात करते हैं। लिंक के ग्रीन अक्षरों को टच करते हुए साइबर शातिर सारी डिटेल मोबाइल के जरिए हैक कर लेते हैं। इसके लिए वह बैंक अकाउंट से रुपये निकाल लेते हैं। साइबर थाने को प्राप्त हो रही शिकायतों में ऐसी ही बातें लोगों द्वारा पुलिस को बताई गई हैं।
इस तरह बरतें सावधानी - साइबर थाने के एक्सपर्ट कहते हैं कि कोविड वैक्सीन लगवाने के नाम पर आने वाली कॉल को गंभीरता से सुनें- कॉल करने वाले शख्स की बातों को सुनें ज्यादा उसके द्वारा किए गए सवालों के उत्तर सोच समझ कर ही दें
- कॉलर द्वारा मांगी जाने वाली आधार या एटीएम कार्ड और बैंक से सम्बंधित डिटेल कतई न दें - यदि मोबाइल पर इससे संबंधित कोई लिंक प्राप्त हो तो उसमें दिए गए ग्रीन अक्षरों को टच न करें - आप स्वयं अपने मोबाइल के जरिए वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कर या करवा सकते हैं - नहीं कर पा रहे तो पास के किसी भी साइबर कैफे पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करवा लें और उसकी रसीद भी लें - साइबर एक्सपर्ट कहते हैं कि आप के द्वारा बरती गई एक लापरवाही साइबर शातिरों की सफलता का कारण बन सकता है लोगों को वैक्सीनेशन के नाम पर आने वाली कॉल या मिलने वाले लिंक को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। वैक्सीन के नाम साइबर शातिर भी लोगों को अपना निशाना बनाने की जुगत में हैं। कुछ शिकायतें मिली हैं। जांच में मालूम चला है है कि कॉल करने वाले झारखंड गैंग के शातिर हैं। राजीव तिवारी, इंस्पेक्टर साइबर थाना