आफर का लालच व करोड़पति बनने जैसे झांसा देकर बना रहे शिकारसाइबर शातिर शहर से लेकर ग्रामीण एरिया तक लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. केवाईसी अपडेट आफर का लालच देकर कौन बनेगा करोड़पति गूगल पे एप डाउनलोड कराकर लोगों की गाढ़ी कमाई को एक पल में उड़ा दे रहे हैं. नगर में साइबर शातिरों ने अधिवक्ता सहित दो के खाते से लाखों रुपये की चपत लगा दी. दोनों ने संबंधित थानों में केस दर्ज कराया है. साइबर पुलिस के पास संसाधन ठीक से न होने के चलते साइबर शातिर अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. सूत्रों की माने तो पुलिस भी पूरी तरह से बैंक के मेल पर ही निर्भर रहती है. इसके अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है. जिसके चलते पीडि़त का पैसा मिलने के चांस काफी कम रहता है.


प्रयागराज (ब्यूरो)। अलोपीबाग निवासी अखिलेश कुमार तिवारी के खाते से केवाईसी अपडेट के नाम पर शातिर ने कई बार में एक लाख पचीस हजार रुपये की चपत लगा दी है। पीडि़त ने दारागंज पुलिस को तहरीर देकर बताया कि वह अपने कार्यालय मुख्यचिकित्साकारी एआरओ कार्यालय पर डयूटी पर था। इसी बीच एक अज्ञात नंबर से फोन आया उसने कहा कि वह भारतीय स्टेट बैंक की शाखा एमएनआईटी प्रयागराज से बोल रहा है। आपके खाते की केवाईसी नहीं जमा है आपका खता बंद हो जायेगा। पीडित झांसे में आकर शातिर को आधार कार्ड की जानकारी दे दी। फोन आने पर कार्यालय के लोगों से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि बैंक या कोई भी जानकारी फोन पर किसी को नहीं देनी चाहिए। इसकी पुष्टि के लिए बैंक से संपर्क किया गया तो पतपा चला की शातिर तीन बार ने एक लाख पचीस हजार रुपये की चपत लगा दी थी।

दूसरा केस
म्योराबाद निवासी अधिवक्ता मुजीब अहमद सिद्दीकी ने साइबर थाने में तहरीर देकर बताया कि उनके खाते से आनलाइन ठगी कर शातिरों ने छह लाख रुपये का चूना लगा दिया है। साइबर थाने की पुलिस केस दर्ज कर नंबर के आधार पर आरोपितों की तलाश कर रही है।

Posted By: Inextlive