सरकारी योजनाओं को हथियार बनाने लगे साइबर फ्रॉड
प्रयागराज (ब्यूरो)। जो करना हो कर लो, पैसा वापस नहीं ले पाओगे। यह धमकी साइबर क्रिमिनल ने एक ट्यूटर को दी है। यह धमकी केवल ट्यूटर को ही नहीं दी गई है, बल्कि गौर करें तो साइबर पुलिस को भी दी गई है, क्योंकि साइबर क्रिमिनल जानते हैं कि उनको पकड़ा पाना अगर मुश्किल नहीं तो आसान भी नहीं है। ऐसे में समझा जा सकता है कि साइबर क्रिमिनल किस कदर बेखौफ हो चुके हैं। खैर, साइबर क्रिमिनलों ने एक ट्यूटर को अपना निशाना बना लिया। बाल विकास योजना के नाम पर रुपये देने की बात कहकर साइबर क्रिमिनल ने एक लिंक भेजा। इसके बाद ट्यूटर ने जैसे ही लिंक को टच किया। दो बार में उसके एकाउंट से सारे रुपये गायब हो गए। ट्यूटर ने स्टेट बैंक में शिकायत की तो वहां से उसे साइबर थाने भेज दिया गया। ट्यूटर ने साइबर थाने में केस दर्ज कराया है।
योजना के नाम पर आया फोन
पुराना फाफामऊ के रहने वाले हिमशिखर श्रीवास्तव ट्यूटर हैं। दोपहर में करीब 11 बजे हिमशिखर की पत्नी के मोबाइल पर एक फोन आया। कॉल रिसीव होने पर कॉलर ने कहा कि मैं बाल कल्याण विकास विभाग से बोल रहा हूं। आपके नाम से आंगनबाड़ी में 6175 रुपये आया है। जोकि आपको देना है। सबको ऑनलाइन दिया है। आप भी ऑनलाइन ले लीजिए। हिमशिखर के मोबाइल नंबर पर गूगल पे है। हिमशिखर की पत्नी ने पति का मोबाइल नंबर कॉलर को दे दिया। इसके बाद कहा कि इस नंबर पर रुपये भेज दीजिए। जिस पर कॉलर ने कुछ देर में बैलेंस चेक करने के लिए कहा। हिमशिखर ने अपने मोबाइल में बैलेंस चेक किया। पैसे नहीं आए थे। जिस पर हिमशिखर ने पत्नी से मोबाइल ले लिया और खुद बात की। हिमशिखर ने कॉलर को बताया कि अभी रुपये नहीं आए हैं। इस पर कॉलर ने एक लिंक भेजा। कॉलर ने बताया कि लिंक को टच करने के बाद उसमें कोड 79102 अपलोड कर दीजिए। इसके बाद हिमशिखर ने लिंक को टच किया। लिंक ओपेन हो गया। फिर उसमें बताया गया कोड अपलोड कर दिया। कोड अपलोड करते ही पहली बार में 79102 रुपये फिर कुछ देर में 2522 रुपये अपने आप कट गए। एकाउंट से 81624 रुपये गायब हो गए। इसका मैसेज आते ही हिमशिखर परेशान हो गए। हिमशिखर ने तुरंत कॉलर के नंबर पर फोन किया। कहा कि मेरे एकाउंट से पूरा पैसा तुमने निकाल लिया है तो उधर से कहा कि जो करना है कर लो, पैसा वापस नहीं ले पाओगे। इसके बाद फौरन हिमशिखर पास में ही स्टेट बैंक की ब्रांच पहुंचे। बैंक में हिमशिखर ने अपने साथ हुई ठगी की बात बताई तो वहां से हिमशिखर को साइबर थाना भेज दिया गया। साइबर पुलिस ने हिमशिखर की तहरीर पर अज्ञात कॉलर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। साइबर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस मामले में अहम बात ये है कि कॉलर ने लिंक में कोड 79102 अपलोड करने को कहा। इसके बाद पहली बार में 79102 रुपये कटे। यानि उस लिंक में कोई ऐसी डिटेल पहले से फिल थी जिसके बाद कोड के रुप में रुपये भरवाए गए। जैसे ही कोड भरा गया रुपया ट्रांसफर हो गया। नींद नहीं आई दो दिन
इस घटना से हिमशिखर श्रीवास्तव बहुत परेशान हैं। उनके एकाउंट से पूरे रुपये गायब हो गए। ट्यूशन करके धीरे धीरे हिमशिखर ने 81 हजार रुपये इक_ा किए थे। और इतने रुपये एक बार में ही एकाउंट से गायब हो गए। हिमशिखर ने बताया कि घटना के बाद दो दिन उन्हें नींद नहीं आई।
सरकारी योजना के नाम पर महिला से ठगी की गई है। मामले का केस दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है। मोबाइल नंबर के बारे में पता लगाया जा रहा है। जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
आलमगीर, इंस्पेक्टर साइबर थाना