फे क फ्रें ड के जाल से साइबर शातिर कर सकते हैैं कंगाल
प्रयागराज ब्यूरो ।आनलाइन कंटेंट वर्तमान दौर में ज्यादा उपयोगी है। इसका फायदा है तो नुकसान की भी पूरी गुंजाइश है। इसे लेकर सचेत नहीं रहे तो नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। कभी इज्जत दांव पर लग जायेगी तो कहीं पैसा गंवाना पड़ सकता है। इस स्थिति से बचने का बेहतर तरीका यही है कि सावधान रहें। परिस्थिति चाहे जितनी भी विपरीत हो, पुलिस को अपनी बात जरूर बतावें। इससे आपको निश्चित तौर पर मदद मिलेगी और फ्रॉड करने वालों के हौसले पस्त होंगे। इस तरह की महत्वपूर्ण जानकारी बुधवार को रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के छात्रों को साइबर एक्सपट्र्स से मिलीं।
साइबर एक्सपर्ट ने समझाया तरीका
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पिछले दिनो फेक फ्रेंड कैंपेन चलायी थी। इसके तहत साइबर फ्रॉड के साथ ही इंटरनेट पर उपलब्ध कंटेंट के चलते समय से पहले बड़े हो रहे बच्चों तक क्या पहुंचना चाहिए और क्या नहीं? इससे जुड़ी जानकारी शेयर की गयी थी। इसके बाद स्कूलों में वर्कशाप का आयोजन शुरू हुआ। इसी क्रम में बुधवार को यह वर्कशाप आयोजित हुई। प्रोग्राम में मौजूद रहे साइबर थाने के सदस्यों ने बच्चों को फ्रेंड रिक्वेस्ट से फ्रॉड, लिंक के जरिए फ्रॉड, आनलाइन ब्लैकमेल करना जैसे इश्यूज पर जानकारी दी गयी। उन्हें बताया गया कि इंटरनेट पर खुद को सुरक्षित कैसे रखा जा सकता है। पासवर्ड को स्ट्रांग कैसे बनाया जा सकता है?
सोशल मीडिया के हर प्लेटफॉर्म पर अब टू स्टेप वेरीफिकेशन की सुविधा उपलब्ध है। पहली बात तो यह कि आपको इसे इनेबल करके रखना है। दूसरे पासवर्ड को अपर और लोअर कैरेक्टर के साथ अंकों के साथ मिक्समैच रखना है। यह पासवर्ड स्ट्रांग होता है और इसे क्रैक करना बेहद मुश्किल होता है। साइबर एक्सपर्ट गणेश प्रसाद गोंड के अनुसार पासवर्ड ऐसा बनावें जो आपको याद रहे। किसी बाहरी सिस्टम पर आपने अपना एकाउंट लॉगिन किया है तो अनिवार्य रूप से लॉग आउट करने के बाद ही वहां से हटें। कनफर्म करके एक्सेप्ट करें रिक्वेस्ट
साइबर एक्सपट्र्स ने बताया कि सोशल मीडिया तक तमाम फेक एकाउंट हैं। फ्रॉड करने वाले अपनी प्रोफाइल पिक आपकी फ्रेंड की लगाते हैं। यह आपको झांसा देने के लिए होता है। ऐसी कोई रिक्वेस्ट आपके पास आयी है तो अपने उस फ्रेंड को जरूर कॉल लगा लें जिसकी फोटो प्रोफाइल में लगी है।
परख कर करें लिंक पर रिएक्ट
साइबर एक्सपट्र्स ने सावधान किया कि लाटरी जीतने या फिर लोन दिलाने के नाम पर कोई लिंक मेल पर आए या फिर मोबाइल पर, उस पर कतई रिएक्ट न करें। यह बेसिकली आपका डिटेल जुटाने के लिए भेजा गया होता है। छोटी सी लापरवाही से आपका एकाउंट खाली हो जाएगा।
साइबर एक्सपट्र्स ने बताया कि स्क्रीन शेयर करने वाले एप भी आ चुके हैं। स्क्रीन शेयर करने का मतलब है कि आप अपना पूरा सिस्टम सामनेवाले के हवाले कर रहे हैं। सामने वाला फ्रॉड है तो आपके एकाउंट को हैक कर लेगा और आपके सिस्टम में सेव डेटा को कैप्चर करके अपने लिए इस्तेमाल करता है। साइबर अपराधी पहले आपका भरोसा जीतने की कोशिश करते हैं और फिर जिद करके अपनी बात मनवाते हैैं। यह आपको आईडेंटीफाई करके ही रिएक्ट करना होगा। किसी की बातों में बिल्कुल न आएं। फ्रेंड उन्हीं को बनाएं जिन्हें जानते हों। किसी की प्रोफाइल पर रिएक्ट करने से पहले उसके कांटैक्ट में हैं तो एक बार बात जरूर कर लें।
गणेश प्रसाद
साइबर एक्सपर्ट
सोशल मीडिया पर बनाई गई प्रोफाइल में जरूरी नहीं है कि पूरा सच हो। कई साइबर अपराधी ऐसे भी होते हैं जो पार्ट टाइम जॉब यानी डिलीवरी ब्वॉय बनकर आपके यहां पहुंच सकते हैं। यहां सतर्कता ही आपको बचा सकती है। किसी भी अननोन फाइल या प्रोफाइल पर रिएक्ट न करें। ओटीपी किसी के साथ शेयर न करें
जय प्रकाश सिंह
साइबर एक्सपर्ट
अमृता सिंह
साइबर एक्सपर्ट आज की वर्कशाप से काफी कुछ नया जानने को मिला। निश्चित तौर पर यह मेरे काम आयेगा और मैं इसे अपने पैरेंट्स के साथ ही सर्किल के लोगों से भी शेयर करूंगा। काफी अच्छी जानकारियां मिली हैं।
राजवर्धन सिंह, छात्र आनलाइन फ्राड बहुत होते हैैं। सोशल मीडिया पर खुद को फ्राड से कैसे सेफ कर सकते हैैं? इस सवाल का जवाब आज मुझे काफी हद तक मिल गया है। वर्कशाप बेहतर जानकारी देने वाली रही।
विवेक, छात्र आनलाइन कोर्स के बारे में व्हाट्सएप पर जानकारी दे रहे हैैं तो क्या इससे भी फ्राड संभव होगा? इस सवाल का जवाब आज मुझे साइबर एक्सपट्र्स से मिला है। ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए।
सारिका गौतम, छात्रा
अकाउंट को हैक होने से बचाने के लिए किन बातों का ध्यान रखना होता है? इसके बारे में तो पता चला कि यह जानकारी भी हुई कि किसकी फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट करना है और किसे इग्नोर करना है।
सेजल सिंह, छात्र