टिकट बुकिंग से पहले 'एजेंटÓ को करें क्रास चेक
प्रयागराज (ब्यूरो)। गूगल पर साइबर ठगों ने फर्जी वेबासाइट बना ली है। अनजाने में गलत साइट पर बुकिंग करने पर साइबर ठगी का शिकार हो रहे है। प्रयागराज में पहला केस गुरुवार को झूंसी इलाके से सामने आया था। शुक्रवार को अखबार में खबर प्रकाशित होने के बाद जब अतरसुइया इलाके में रहने वाले एक तेल व्यापारी ने अपने साथ हुई ठगी की कहानी शेयर की। बताया कि चार धाम की यात्रा के लिए ऑनलाइन टिकट बुक कराया था। अखबार की स्टोरी पढऩे के बाद चेक किया तो पता चला कि मुझे भी फर्जी टिकट पकड़ा दिया गया है।
क्रास चेक करने पर हुए निराश
अतरसुइया इलाके रहने वाले विनोद जायसवाल को परिवार के साथ केदारनाथ जाना था। उन्होंने 27 मई की टिकट बुक करा रखी थी। दैनिक जागण आई-नेक्स्ट से बातचीत में बताया कि गूगल पर सर्च किया तो बुकिंग साइट पर एक फोन नंबर मिला। वहां संपर्क किया तो झांसा दिया गया कि केदारनाथ के लिए चल रही हेली सर्विस की तीस फीसदी बुकिंग उनके पास है। पीडि़त को माता-पिता व सिस्टर की टिकट बुक करानी थी। उन्होंने पूरे लोगों का यात्री किराया 52 हजार रुपये बताया। पीडि़त ने बुकिंग के लिए हामी भर दी। साइबर ठगों ने बुकिंग के लिए सभी के पहचान पत्र मांगे। पीडि़त ने भेज दिए। इसके बाद सभी के टिकट के लिए बताए गए रुपये मांगे। बुकिंग के लिए उन्हें व्हाट्सएप पर एक एकाउंट नंबर भेजा गया। पीडि़त ने खाते में रकम जमा कर दी। टिकट तक व्हाट्सएप पर मिल गया। सभी लोग बड़े खुश थे। बस डेट नजदीक आने का इंतजार किया जा रहा था। लेकिन अखबार में खबर प्रकाशित होने के बाद उन्हें क्रास चेक किया तो फेक टिकट व ठगी की जानकारी हुई। अब वह पुलिस के चक्कर लगा रहे है।
विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसियों से यात्रा को लेकर सम्पर्क करें
किसी भी व्यक्ति से लेनदेन करने पहले कंपनी या उस ट्रेवल एजेंसी के बारे जरुर रिसर्च करें
अगर आप किसी ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी से टिकट बुक कर रहे हो तो पहले उस ट्रेवल एजेंसी के बारें में जानकारी ले लें
चार धाम या अन्य किसी यात्रा करने की उत्सुकता में जल्दीबाजी में टिकट बु ना करें
ऑनलाइन स्कैमर्स अलग-अलग तरीके अपनाकर लोगों को बेवकूफ बनाकर उनके साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी कर रहे हैं। आजकल लोग धार्मिक व अन्य अलग-अलग यात्राओं पर जाते है। साइबर अपराधी इसी का फायदा उठाकर कुछ फर्जी ट्रैवल एजेंसियों के नाम पर वेबसाइट बनाते है। जब व्यक्ति चार धाम की बुकिंग को इंटरनेट पर सर्च करते है तो इस प्रकार की वेबसाइट सामने आ जाती है।
राजीव कुमार तिवारी साइबर थाना प्रभारी प्रयागराज आईजी कार्यालय