फसल में लगी आग, पथराव और तोड़फोड़
- दमकल और पुलिसकर्मियों के देर से पहुंचने पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
- पांच पुलिसकर्मी सहित पांच घायल, ग्रामीणों ने पुलिस वाहन को तोड़फोड़ कर पलटा, सिंघापुर कछार की घटना PRAYAGRAJ: नवाबगंज थाना क्षेत्र के सिंघापुर कछार में गुरुवार को आग लगने से करीब एक हजार बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस एवं अग्निशमन दस्ते के लोगों ने घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस एवं राजस्व के कर्मचारियों पर पथराव कर दिया। इसमें नवाबगंज थाना प्रभारी समेत पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। देर से पहुंचने पर हुए भड़केबताया जाता है कि करीब दो घंटे बाद देरी से फायर ब्रिगेड की एक छोटी गाड़ी पहुंची। गाड़ी को देखते ही ग्रामीणों का गुस्सा बेकाबू हो गया। मौके पर तहसीलदार सोरांव एवं राजस्वकíमयों से बहस शुरू हो गई। वहां पर मौजूद पुलिसफोर्स बीच-बचाव करने लगी। इतने में ही आक्रोशित ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव में इंस्पेक्टर नवाबगंज के अलावा राजस्व निरीक्षक इंदूभूषण शर्मा, लेखपाल भरत चंद त्रिपाठी एवं शशांक शर्मा समेत कई पुलिसकर्मी चुटहिल हो गये। ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी को तोड़फोड़ करते हुये गड्ढे में धकेल दिए। पुलिसकर्मी एवं राजस्वकíमयों को आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया जबकि अन्य पुलिसकर्मी भागकर अपनी जान बचायी। हंगामे व तोड़फोड़ की सूचना पर कई थानों की फोर्स के साथ एसपी गंगापार धवल जायसवाल व सीओ सोरांव अमिता सिंह मौके पर पहुंचे और सरकारी गाड़ी को निकलवाते हुये मामले को शांत कराया।
फसल में लगी आग को बुझा लिया गया है। गांव में शांति व्यवस्था बनाने रखने के लिए कई थानों की फोर्स को तैनात कर दिया गया है। पथराव और तोड़फोड़ करने वाले अराजकतत्वों पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। -धवल जायसवाल, एसपी गंगापार कैसे लगी आग पुलिस कर रही जांच फसलों में आग कैसे लगी पुलिस इसकी जांच-पड़ताल कर रही है। ग्रामीणों के मुताबिक कछार के पास से कोई बिजली का तार नहीं गुजरा है। आग लगने की गांव में दिन भर कई तरह की चर्चाएं होती रहीं। बताया जा रहा है कि फसल के पास कुछ लोग गांजा पीने के बाद उसे बगैर बुझाए चले गए और वह चिंगारी फसल तक जा पहुंची। वहीं यह भी चर्चा रही कि कछार में एक बाउंड्री है इसमें कुछ लोग बाटी-चोखा बना रहे थे। गुरूवार को हवा भी चल रही थी। हो सकता है आग वहीं से लग गयी हो। तीन सौ किसानों की मेहनत हुई बर्बादआग से सीताकुण्ड, पूरे घासी, घनीपुर, दादनपुर, सुल्तानपुर, समेत आधा दर्जन गांव के किसानों की एक हजार बीघे से अधिक गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। इस हादसे के लगभग तीन सौ किसान बर्बाद हो गए। लेकिन प्रशासनिक अधिकारी आग से कितने की क्षति हुई इसका जबाब देर रात तक नहीं दे सके। वहीं तोड़फोड व पथराव पर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रशासनिक कर्मचारियों से किसी बात को लेकर ग्रामीणों से कहासुनी हुई थी। शांत कराने पहुंची पुलिस पर आक्रोशित ग्रामीणों ने पथराव कर दिया।