दिल्ली पुलिस बिहार से अरेस्ट कर ले जा रही थी अपने साथ दिल्लीजवानों को भी दिया धक्का लाखों की चोरी के मामले में थे वांछित डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में गुरुवार को उस वक्त हड़कंप मच गया. जब दिल्ली पुलिस पटना से अरेस्ट कर दो कुख्यात अपराधी को दिल्ली ले जा रही थी. रास्ते में दोनों अपराधी पुलिस को धक्का देकर ट्रेन से कूदकर भाग निकले. लूज मोशन का बहाना कर दोनों गेट तक पहुंचे और फिर हेड कांस्टेबल जितेंद्र को धक्का देकर चलती ट्रेन से कूद गए. पुलिस कुछ समझ पाती ट्रेन काफी आगे निकल चुकी थी. दोनों अपनी जान की परवाह न करते हुये भाग निकले. ट्रेन में काफी देर तक हड़कंप मचा रहा. दिल्ली पुलिस जीआरपी-आरपीएफ को सूचित करती रह गई. लेकिन दोनों पकड़ में नहीं आए. पुलिस कस्टडी से भाग निकले दोनों कुख्यात अपराधी को पकडऩे के लिए एसटीएफ टीम की भी मदद ली गई है.


प्रयागराज (ब्यूरो)। दिल्ली पुलिस गुरुवार को बिहार से अरेस्ट कर मो। नसीम निवासी बरिया थाना अमदाबाद जनपद कटियार, बिहार और दिलशाद उर्फ दिल्लू निवासी पहाड़पुर थाना अमदाबाद जनपद कटियार, बिहार को डिब्रगढ़ राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन से दिल्ली लेकर जा रही थी। इन लोगों ने साउथ दिल्ली के ग्रेटर कैलाश फस्र्ट थाने में कुछ दिन पहले एक महिला के घर में लाखों की चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। इस प्रकरण में जब दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरु की तो दोनों का नाम प्रकाश में आया। इनके बारे में पता करने पर पुलिस को पता चला कि दोनों चोरी की वारदात के बाद बिहार निकल गए है। दोनों दिल्ली में पहाडग़ंज इलाके में किराए पर रहते थे। जिस दिन महिला के घर पर लाखों की चोरी हुई तो दोनों उसके अगले दिन से ही फरार हो गए थे।

दोनों के हाथ में लगी थी हथकड़ी
दोनों को पकडऩे के लिए 12 जुलाई को दिल्ली पुलिस के एएसआई मेजर, सीटी अंकुर, हेड कांस्टेबल जितेंद्र, सिपाही जितेंद्र और वरुण बिहार पहुंचे थे। दोनों को उनके घर पहुंचकर अरेस्ट कर लिया। 13 को दोनों की ट्रांजिट रिमांड पर लेकर दिल्ली पुलिस ट्रेन से जा रही थी। सभी सेकेंड एसी कोच में थे। गुरुवार भोर में 3:25 बजे ट्रेन प्रयागराज जंक्शन से आगे के लिए रवाना हुई तो रास्ते में दिलशाद व उसके साथ ने हेड कांस्टेबल जितेंद्र से लूज मोशन का बहाना कर बाथरूम की तरफ ले चलने को कहा। दोनों को हथकड़ी लगी थी। बाथरूम के पास गेट पर पहुंचते ही दोनों ने आंखों ही आंखों के इशारे में भाग का प्लान बना लिया। दोनों ने हेड कांस्टेबल को धक्का दिया और भाग निकले। जितेंद्र ने इसकी सूचना साथी पुलिसकर्मियों को दी। ट्रेन में मौजूद आरपीएफ के जवानों को भी बताया गया। कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेन पहुंचने पर जीआरपी को सूचना दी और फिर शाम को यहां आकर जीआरपी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। हेड कांस्टेबल जितेंद्र ने बताया कि दोनों के खिलाफ चोरी के कई मामले दिल्ली के विभिन्न थानों में दर्ज हैं।

Posted By: Inextlive