दूसरों की जिंदगी की गाड़ी को पटरी पर दौडऩे में मदद करने वाली परिवार परामर्श केंद्र की काउंसलर ममता देवी खुद उलझ गईं हैं. सैकड़ों परिवार को बिखरने से बचाने वाली ममता सोमवार रात खुद बड़ी समस्या से घिर गईं. उनके बेटे मनु द्विवेदी 39 ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया. फंदे से कमरे में लटकती उसकी बॉडी देख परिवार में कोहराम मच गया. सुसाइड क्यों किया यह बात किसी की समझ में नहीं आ रहा. उसके पास अर्थिक जैसी कोई समस्या नहीं थी. इसी बात को लेकर परिवार वाले भी स्तब्ध हैं. पुलिस ने उसकी बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सिविल लाइंस स्टैनली रोड निवासी ममता देवी परिवार परामर्श केंद्र में काउंसलर हैं। बताते हैं कि उनके दो बेटों में मनु छोटा था। अविवाहित मनु कोई नौकरी भी नहीं कर रहा था। बेटी कुछ दिन पहले बड़े भाई के पास पंजाब चली गई थी। सोमवार की शाम ममता कहीं गई हुई थीं। घर पर अकेले बेटा मनु ही था। इस बीच मकान मालकिन फोन के जरिए ममता से सब्जी के संबंध में बात की।

ममता उन्हें बताईं कि फ्रीज में रखी हुई है वह ले लें। मकान मालकिन कमरे पहुंची तो देखी कि दरवाजा बंद है। कई बार खटखटाने के बावजूद जब अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो वह खिड़की से देखी तो चादर के फंदे पर पंखे के चुल्ले से मनु लटका हुआ था। यह देख उसके होश उड़ गए। जानकारी हुई तो परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची सिविल लाइंस पुलिस द्वारा दरवाजे को तोड़कर बॉडी फंदे से नीचे उतार कर पोस्टमार्टम हाउस भेज दी। मंगलवार को उसकी बॉडी का पोस्टमार्टम हुआ।

परिवार के लोग सुसाइड की वजह नहीं बता पा रहे हैं। उनसे पूछताछ की गई तो वह भी नहीं समझ पा रहे कि वे ऐसा क्यों किया। सिर्फ इतना पता चला है कि वह कुछ दिनों से डिस्टर्ब चल रहा था। मगर वजह क्या थी यह किसी को नहीं बताया।
जय प्रकाश शाही
इंस्पेक्टर सिविल लाइंस

Posted By: Inextlive