वकीलों को पार्षदों का साथ, कोर्ट की अपील पर निर्णय आज
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का न्यायिक कार्य बहिष्कार जारी
शिक्षा सेवा अधिकरण के मुद्दे पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकीलों का न्यायिक कार्य बहिष्कार बुधवार को भी जारी रहा। वकीलों की मांग का समर्थन करने के लिए बुधवार को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के बैनर तले चल रही आमसभा में पार्षद भी शामिल हुए। इससे उत्साहित संगठन के सदस्यों ने गुरुवार की सुबह दस बजे तक न्यायिक कार्य स्थगित रखने की घोषणा की है। इसके बाद का फैसला जनरल हाउस की मिटिंग में लिया जाएगा। हाई कोर्ट के फैसले का स्वागतइलाहाबाद हाईकोर्ट की ओर से अधिकरण के मुद्दे पर सरकार को दिए गए निर्देश का वकीलों ने स्वागत किया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरेंद्रनाथ सिंह ने कहा कि कोर्ट का आदेश स्वागत योग्य है। कोर्ट की चिंता भी जायज है। लेकिन, उस पर निर्णय गुरुवार को होने वाली आमसभा में लिया जाएगा। वकीलों का जैसा मत होगा उसी के अनुरूप कदम उठाया जाएगा। वरिष्ठ अधिवक्ता टीपी सिंह, जीके सिंह, वीके सिंह, दयाशंकर मिश्र आदि ने सरकार के निर्णय का विरोध किया। संचालन महासचिव प्रभाशंकर मिश्र ने कहा कि प्रदेश सरकार के तानाशाही निर्णय के खिलाफ समाज का हर वर्ग वकीलों के साथ खड़ा है। सबको एकजुट करके नौ मार्च को प्रयागराज बंद कराया जाएगा।
सरकार अगर ऐसा ही मनमाना निर्णय लेगी तो वकील कड़ा कदम उठाने को बाध्य होंगे। इसके तहत जनप्रतिनिधियों का बहिष्कार भी किया जाएगा।
राधाकांत ओझा पूर्व अध्यक्ष, हाई कोर्ट बार अधिकरण की मुख्य पीठ प्रयागराज में ही स्थापित होनी चाहिए। इससे कम कुछ स्वीकार नहीं किया जाएगा। सरकार ने हठवादी रवैया न छोड़ा तो उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। कमरुल हसन पूर्व अपर महाधिवक्ता