वार्ड नंबर 58 सिविल लाइंसमतदाताओं की कुल संख्या 13500पुरुष मतदाताओं की संख्या 7500महिला मतदाताओं की संख्या 6500 यह संख्या पुरानी सूची के अनुसार है

प्रयागराज ब्यूरो । नगर निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशी पूरी ताकत झोंक चुके हैं। हर पार्टी की तरफ से शहर को बेहतर बनाने का दावा किया जा रहा है। प्रशासन अपने स्तर पर तैयारियों को पूरी करने में लगा हुआ है। इन सब के बीच दैनिक जागरण आई नेक्स्ट पब्लिक के बीच पहुंचा है सिटीजन स्पीक के लिए। मकसद है पब्लिक की राय जानना कि वे इस चुनाव में वोट किन मुद्दों के आधार पर करने जा रही है। मंगलवार को यह आयोजन सिविल लाइंस में स्थित पृथ्वी गार्डेन में किया गया था। पब्लिक को मौका मिला तो उसने हर मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखी। इससे संकेत मिला कि भले ही यह पॉश इलाका हो, समस्याएं यहां भी दूसरे वार्डों की तरह की हैं। यहां के लोग भी चाहते हैं कि गलियों में रोज झाडू लगे। कूड़ा इक_ा न होने पाए। स्ट्रीट डाग्स का आतंक कम हो। नगर निगम की तरफ से इम्प्लीमेंट किये जाने वाले टैक्स में थोड़ी राहत मिले। जानते हैं डिस्कशन के दौरान क्या-क्या कहा पब्लिक ने

मोहल्ले में इकट्ठा न होने पाए कचरा
वार्ड में बारिश के दिनो में पानी जमा हो जाता है। इसकी निकासी की प्रापर व्यवस्था होनी चाहिए। इधर-उधर फैले कूड़े से संक्रामक रोग फैलने का डर बना रहता है। यहां नियमित कूड़ा उठान के साथ झाड़ू लगना चाहिए। इससे आसपास का वातावरण भी स्वस्थ होगा।

सोलर लाइट से कम होगी समस्या
मेन रोड के साथ ही गलियों में भी स्ट्रीट लाइटें लगी हैं। बिजली कट जाने पर पूरा अंधेरा हो जाता है। इसके विकल्प के रूप में गलियों में लगी स्ट्रीट लाइटों को सोलर पैनल बेस्ड कर दिया जाना चाहिए ताकि बिजली कटने पर एकदम से अंधेरा न हो जाए।

टैक्स में बढ़ोतरी कम की जाय
पब्लिक ने हाउस और वाटर टैक्स का मुद्दा भी अहम बताया। कहा कि अगर वाटर टैक्स और हाउस टैक्स 3 प्रतिशत कम होता है तो जनता के लिए काफी बेहतर होगा। जनता का खर्च भी कम होगा जिसके बाद और लोगों पर प्रेशर नहीं बढ़ेगा।

पशुओं से लोग हो रहे परेशान
शहर एरिया में स्ट्रीट डॉग्स बड़ी समस्या हैं। शाम और रात के वक्त पैदल या बाइक से घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। स्ट्रीट डॉग्स को पकडऩे के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए। मेयर हो या सभासद दोनों को इस मुद्दे पर बात और काम दोनो करना होगा।

पार्किंग का साल्यूशन भी खोजें
इस एरिया की बड़ी समस्या यह है कि पार्किंग होने के बाद भी जहां तहां गाडिय़ां पार्क कर दी जाती हैं। कई बार को घर से निकलना भी मुश्किल हो जाता है। नगर निगम को पार्किंग पर बेहतर काम करने की जरूरत है ताकि व्यवस्था बेहतर हो। लोगों को मोटीवेट किया जाय ताकि वे पार्किंग में ही गाडिय़ां खड़ी करें।

रेड लाइट सभी चौराहों पर लगी हुई है। इसका मैनेजमेंट स्मार्ट होना चाहिए। किसी वीआईपी मूवमेंट के दौरान सबकुछ स्मूद नजर आता है लेकिन स्कूलों की छुट्टी के समय बच्चे भी झेलते हैं और पब्लिक भी। इस पर भी बात होनी चाहिए और इसका समाधान भी मिलना चाहिए।
सुशांत केसरवानी

हम तो विकास के मुद्दे पर ही वोट करने वाले हैं। हमारे शहर का कायाकल्प हो रहा है। नगर निगम की तरफ से भी इसमें तमाम प्रयास किया गया है। हम चाहेंगे कि नगर निगम की सत्ता मजबूत हाथों में रहे ताकि चौतरफा विकास रुकने न पाए।
हनुमान प्रसाद केसरवानी


नगर निकाय का मामला है तो सड़क, नाली, बिजली, पानी ही मुद्दा होगा। हम पॉश एरिया में रहते हैं इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि यहां इस तरह की समस्याएं नहीं हैं। हमें अपने सभासद और मेयर से यही अपेक्षा है कि वह जरूरत पर हमारे साथ हो और हमारी समस्याएं सुने।
अनुराधा त्रिपाठी

महंगाई भी इस चुनाव में एक मुद्दा बनने वाला है। चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं तो नगर निगम की तरफ से टैक्स का बोझ भी बढ़ाया जा रहा है। कहीं से राहत मिले, इसकी उम्मीद हमें है। शुरुआत नगर की सरकार की तरफ से हो तो ज्यादा बेहतर होगा।
कृष्ण मोहन गुप्ता

अपना शहर स्मार्ट सिटी घोषित हो चुका है। मुख्य मार्गों पर स्मार्टनेस दिखायी भी देती है। यही स्मार्टनेस गलियों में भी दिखे तो बात बने। अपने यहां सभी स्ट्रीट लाइटों को सोलर पैनल बेस्ड कर दिया जाना चाहिए। आवारा पशुओं पर ध्यान देेने की जरुरत है।
शिखा खन्ना

नगर निगम में जाने वाला वार्ड का प्रतिनिधि हो या फिर मेयर दोनों ऐसे होने चाहिए जिससे पब्लिक कभी भी मिल सके। वह खुद भी जनता के बीच पहुंचे और उनकी दिक्कतों को समझने का प्रयास करे। हमारी समस्याओं का समाधान दिलाने का प्रयास करेे।
जूही श्रीवास्तव

कुंभ के चलते सबसे ज्यादा विकास कार्य सिविल लाइंस में ही दिखायी देता है। लेकिन, यह सच सिर्फ मुख्य मार्गों का है। इस वार्ड में भी गलियां हैं और वहां विकास की पूरी गुंजाइश है। यहां के लोगों को भी लखनऊ जैसी सुविधाएं चाहिए। टैक्स जब बराबर वसूला जा रहा है तो सुविधाएं भी बराबर होनी चाहिए।
रचित सेठ

हमारे वार्ड में कॅमर्शियल के साथ रेजीडेंशियल की मिक्चर पापुलेशन है। लोगों के पास टाइम कम होता है। हमारे वार्ड की दो बड़ी समस्याएं बारिश के समय में जल निकाली और हाउस व वाटर टैक्स का बिल है। हम तो ऐसा पार्षद ही चाहेंगे जो हमारे इस मुद्दे को नगर निगम सदन में उठाये और समाधान दिलाये।
मनीष कुमार गुप्ता

Posted By: Inextlive