दाम बढ़ाकर वसूलेंगे कैरी बैग का खर्च
प्रयागराज (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने शनिवार को एजी ऑफिस के समीप स्थित फल, सब्जी और मीट व मछली मार्केट को चेक किया। शाम के वक्त यहां सैंकड़ों लोग खरीदारी करते मिले। पांच परसेंट भी ऐसे ग्राहक नहीं मिले जो घर से कैरी बैग लेकर निकले हों। सब खाली हाथ नजर आए। रिपोर्टर ने प्याज खरीद रहे ग्राहक गौमत बनर्जी से पूछा कि आपके हाथ में कोई थैला या बैग नजर नहीं आ रहा है तो उन्होंने जवाब दिया दुकानदार कैरी बैग में सामान नहीं देगा तो दूसरी दुकान देख लेंगे। मजबूरी आएगी तो देखेंगे। अभी तो अचानक घर से फोन आया है तो सामान खरीदने आ गये।
पॉलीथीन बिना बिजनेस कैसे
रिपोर्टर ने मीट-मछली बेचने वाले दुकानदार से पॉलीथीन में धड़ल्ले से सामान देने में सवाल किया तो उनका सीधा जवाब था, यह सामान बिना पॉलीथीन कोई लेता ही नहीं है। कागज के थैला में मीट या मछली काटने के बाद रखने पर चिपक जाता है। थैला का एक्स्ट्रा चार्ज देने को कोई तैयार नहीं है। बंदी होगी तो ग्राहकों के लिए भी तो होगी, वे खुद घर से कैरी बैग लेकर निकलना शुरू कर देंगे तो समस्या ही नहीं रह जायेगी।
पॉलीथीन है बड़ा खतरा
डा। राजीव सिंह बताते हैं कि पॉलीथिन का कचरा जलाने पर कार्बन डाई आक्साइड, कार्बन मोनो आक्साइड जैसी विषैली गैसें निकलती हैं। जो पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं। पॉलीथीन कभी नष्ट नहीं होती इसलिए यह जमीन की उर्वरा शक्ति को नुकसान पहुंचाती है। पॉलीथीन प्रोडक्ट में प्रयोग होने वाला बिस्फेनॉल केमिकल हयूमन बॉडी में डायबिटीज व लीवर एंजाइम को प्रभावित कर देता है। इससे कैंसर, सांस, स्किन प्राब्लम के साथ खून में थेलेटस की मात्रा बढ़ जाती है।
संजय, सब्जी व्यापारी हर व्यक्ति तो जल्दी में रहता है। बिना पॉलीथिन व्यापार किया जाए तो आधा बाजार तो अपने आप घट जाएगा। कई बार पॉलिथीन न देने पर ग्राहक सामान तक नहीं लेते है। एक दूसरे व्यापारी को देखकर सब रख रहे है।
रफीक, फल व्यापारी पॉलिथीन का इस्तेमाल हमारे शॉप में होता ही नहीं है। कागज वाला बैग का इस्तेमाल किया जाता है। दिक्कत होती है लेकिन पॉलिथीन से सही है। ग्राहक डिमांड तो पॉलिथीन का करता ही है। समझाना बड़ा मुश्किल होता है।
सोनू, चिकन शॉप
पॉलिथीन का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। घर वालों ने अचानक से फोन कर टमाटर लाने के लिए कहा। इसलिए लेने चले आए। आगे से इस पर ध्यान दिया जाएगा। लोगों को जागरूक करने के लिए आप लोग अच्छा कर रहे हैं।
विष्णु जैन, ग्राहक
80 टन के करीब शहर से प्रतिदिन निकलता है कचरा
03 टन के करीब मंडी से निकलता है गीला व पॉलीथिन वाला कचरा