132जवानों पर अब तक गिर चुकी है गाज44पुलिस के जवान अब तक भेजे गए लाइन88जवानों को एसएसपी कर चुके हैं सस्पेंड थानों व चौकियों से लाइन भेजे गए जवानों की संख्या सस्पेंड होने वालों की आधीक्कक्र्रङ्घ्रत्रक्र्रछ्व: पुलिस के जवानों की लालच व लापरवाही उनकी कुर्सी के लिए खतरा बन गई है. मातहतों की हरकत से सम्बंधित प्राप्त शिकायतों को लेकर एसएसपी के तेवर शुरू से तल्ख रहे हैं. आने के कुछ दिन बाद से अब तक उनके जरिए कई दफा लाइन हाजिर और सस्पेंड किए गए पुलिस कर्मियों की लिस्ट जारी की गई. इस लिस्ट पर गौर किया जाय तो आने के बाद से अब तक उनके जरिए लगभग 131 जवानों पर कार्रवाई की गई. इनमें भी सबसे अधिक कार्रवाई सस्पेंशन की है. सस्पेंड किए गए जवानों की कुल संख्या तकरीबन 88 है. लाइन हाजिर किए गए पुलिस कर्मियों की तादाद महज 44 है. अब कि यह कार्रवाई विभागीय लोग महज 131 दिन में बता रहे हैं.

प्रयागराज (ब्यूरो)। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रहे सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी का ट्रांसफर होने के बाद उनकी जगह बतौर एसएसपी अजय कुमार को जिले की कमान सौंपी गई। आते ही नए कप्तान के रूप में अजय कुमार ने महकमे से लेकर पब्लिक तक को सख्त मैसेज देने की कोशिश की। उन्होंने पहले दिन से ही जवानों को हरकत से बाज आने की हिदायत दे दी थी। इसके बाद धीरे-धीरे उनके कार्यकाल का दिन आगे बढऩे लगा। वह खुद थानों और चौकियों का निरीक्षण शुरू किए। इस दौरान जो खामियां मिलीं उन्हें दूर करने के निर्देश दिए गए। धीरे-धीरे वक्त बीतता गया और उन्हें विभाग के मातहतों के बारे में सब कुछ मालूम होता चला गया। इस बीच सरकार तक को झकझोर देने वाली कई सनसनीखेज मर्डर जैसी घटनाएं भी सामने आईं। इनमें सामूहिक हत्याएं भी शामिल हैं। चोरी व लूट की भी कुछ घटनाएं ऐसी रहीं जिससे पुलिसिंग पर सवाल खड़े हुए। पुलिस की लापरवाही सामने आती गई और कप्तान कार्रवाई करते गए। किसी को सस्पेंड किए तो कइयों की कुर्सी छीनकर लाइन भेज दिए। उनके द्वारा की गई कार्रवाई पर गौर करें तो अब तक करीब 132 जवानों पर गाज गिर चुकी है। एसएसपी द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई के बावजूद उनके कुछ मातहतों की कार्यशैली में चेंज नहीं आ रहा। परिणाम अब भी उनके जरिए इस तरह कार्रवाई जारी है।

शहर कोतवाल नरेंद्र भी सस्पेंड
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के रुख को देखने के बावजूद थानों पर तैनात मातहतों में सुधार नहीं हो रहा। शायद इसी का परिणाम है कि बुधवार को शहर कोतवाली नरेंद्र प्रसाद को भी एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया। सस्पेंड किए गए कोतवाली प्रभारी नरेंद्र पर सरकारी कार्यों में घोर लापरवाही व उदासीनता एवं स्वेच्छाचारिता जैसे गंभीर आरोप हैं। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र को सस्पेंड करने के बाद उन्होंने महकमें के जवानों को सख्त संदेश दिया। कहा है कि जनता से खराब व्यवहार करने, भ्रष्टाचार, कदाचारी एवं अपराधियों व दबंगों और जुआरियों एवं सट्टेबाजों व दलालों से साठ गांठ रखने वाले मातहतों को बख्शेंगे नहीं।


एसएसपी की कार्रवाई पर नजर
पद संख्या
निरीक्षक 04
उप निरीक्षक 23
मुख्य आरक्षी 01
आरक्षी 16
कुल 44
निलंबित किए गए जवान
निरीक्षक/थाना प्रभारी 06
उप निरीक्षक 28
मुख्य आरक्षी 16
आरक्षी 37
अनुचर 01
कुल 88
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44 + 88 = 132
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पुलिस जनता के दर्द को बांटने के लिए होती है। जनता से खराब व्यवहार या अभद्रता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई इसी तरह जारी रहेगी जिनकी भ्रष्टाचार में संलिप्तता, अपराधियों व दबंगों से साठगांठ की शिकायतें मिलेंगी।
अजय कुमार
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रयागराज

Posted By: Inextlive