- प्रदेश में दूसरे स्थान पर सर्वाधिक कोरोना पेशेंट

- लगातार बढ़ते मरीजों ने बजाई खतरे की घंटी

- तीन मौतों के साथ 19 पहुंचा मरने वालों का आंकड़ा

कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन अपनी पूरी स्पीड में फैल रहा है। मंगलवार को मरीजों की संख्या एक हजार का आंकड़ा पार कर गई। वही तीन मरीजों की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि डबल म्यूटेंट वायरस होने की वजह से इसका फैलाव बहुत तेज होता है और जितनी तेजी से यह चढ़ेगा, उतनी की स्पीड से कम भी होगा। हालंाकि अभी मरीजों की संख्या कितनी अधिक होगी यह बताना मुश्किल है।

तो जल्द हो जाएंगे नंबर वन

कोरोना संक्रमण पिछले सभी रिकार्ड तोड़ रहा है। मंगलवार को मरीजों की संख्या 1084 पर पहुंच गई। इसके साथ ही संक्रमण के मामले में प्रयागराज यूपी के दूसरे पायदान पर आ गया है। उसके और राजधानी लखनऊ के बीच में महज कुछ केसेज का अंतर रह गया है। अगर लोगों ने लापरवाही जारी रखी तो पहले नंबर पर आ सकता है।

कब रुकेगा यह सिलसिला

जिस तरह से लोग इस बार कोरोना सीरियस नहीं हैं, कोरोना उतनी ही तेजी से अपने पैर पसार रहा है।

मंगलवार को संक्रमितों की संख्या 1084 रही और सैंपलिंग 8363 लोगों की की गई है।

वहीं 64 मरीज कुल डिस्चार्ज किए गए हैं। वैक्सीनेशन ने भी स्पीड पकड़नी शुरू कर दी है।

पिछले चौबीस घंटे में कुल 11291 लोगों ने कोरोना वैक्सीन लगवाई है। इसमें 9764 लोगों को पहली और 1049 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई है।

ये लोग हो गए पाजिटिव

जो लोग पाजिटिव हुए हैं उनमें पंजा बनेशनल बैंक के मैनेजर, रेलवे लोको पायलट, डफरिन हॉस्पिटल के वार्ड ब्वाय, बेली हॉस्पिटल के चीफ फार्मासिस्ट, एमएनएनआईटी रिसर्च स्कालर, एलटी एसआरएन, इनकम टैक्स एकाउंटेंट, महर्षि विद्या मंदिर के टीचर, एमएलएन मेडिकल कॉलेज के सीनियर और जूनियर रेजिडेंट आदि शामिल हैं।

लक्षण में नही है कोई अंतर

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह कोरोना का नया स्ट्रेन जरूर है लेकिन इसके लक्षण अलग नही हैं। यह पुराने जितना ही घातक है। बस इसका संक्रमण तेजी से फैलता है। यही कारण है कि पिछले साल अधिकतम मरीजों की संख्या 443 थी और इस बार शुरुआत में ही 1000 से अधिक मरीज हो गए हैं। यह कह पाना मुश्किल है कि अभी यह आंकड़े कितनी ऊपर तक जाएंगे।

हाउसफुल हो गया एसआरएन

मंगलवार को एसआरएन हॉस्पिटल में मरीजों की संख्या 202 पहुंच गई। जबकि यहां टोटल बेड 220 हैं। प्रिंसिपल एसपी सिंह कहना था कि हमारे पास इससे अधिक क्षमता है लेकिन इसके साथ ही स्टाफ भी चाहिए। फिलहाल हमारे पास जितने बेड हैं उतने में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। बेली हॉस्पिटल में मरीजों की संख्या बढ़कर 59 पहुंच चुकी है।

यह कोरोना का नया स्ट्रेन ही है। इसका डबल म्यूटेंट है। इसकी वजह से ही मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। लेकिन यह जितनी तेजी से बढ़ रहा है उसी स्पीड में कम भी होगा। लोग कोरोना प्रोटोकाल का पालन करें तो इस इसे भी अधिक फैलने से रोका जा सकता है।

डॉ। एके तिवारी, डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस अधिकारी प्रयागराज

Posted By: Inextlive