विकास भवन से कोरोना 'आउट'?
- विभागों से नदारद है कोविड हेल्प डेस्क, बिना जांच अंदर प्रवेश कर रहे हैं आउट साइडर्स
- दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने किया रियलिटी चेक प्रयागराज- हाल ही में कोरोना से विकास भवन के कई अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपनी जान गवां दी तो कई संक्रमण की चपेट में आकर गंभीर रूप से बीमार भी हो गए। बावजूद इसके यहां पर कोरोना का डर नजर नहीं आ रहा है। कोविड केसेज की संख्या कम होने के बाद लोग बेखौफ होकर कार्यालयों में काम कर रहे हैं। यहां तक कि कोरोना काल में यहां बनाई गई कोविड हेल्प डेस्क भी नदारद है। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने शनिवार को विकास भवन का रियलिटी चेक कर इस बात की तस्दीक की। नंबर वन डेस्क है लेकिन हेल्प गायबविकास भवन स्थित जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के बाहर मेज तो नजर आई लेकिन इस पर न तो सैनेटाइजर था और नही कोई पूछताछ करने वाला। आंखों के सामने दो फरियादी विभाग के भीतर बिना मास्क लगाए बेधड़क चले गए। किसी ने उनसे आने का कारण भी नहीं पूछा।
नंबर दो बेहिचक जाइए, कोई नहीं रोकेगापिछले कोरोना काल में विकास भवन के कई कार्यालयों में सैनेटाइजर और थर्मल स्कैनर की व्यवस्था थी लेकिन इस बार कहीं नजर नहीं आई। दूसरे तल पर स्थित जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय के बाद खाली पड़ी कुर्सियों पर कोई नहीं था। कोई भी चाहे अंदर जा सकता था। स्टाफ रूम में मौजूद कई कर्मचारियों ने प्रापरली मास्क भी नही लगाया था।
नंबर तीन प्यून ने मास्क नहीं लगाया तो बाहरी क्यों लगाएगा जिला कृषि अधिकारी के चैंबर के बाहर पड़े स्टूल पर दो लोग बैठे थे। इनमें से एक प्यून भी था। इन दोनों ने मास्क नही लगाया था। रिपोर्टर के पूछने पर इन्होंने टाल मटोल भरा जवाब दिया। हेल्प डेस्क के नाम पर बाहर की दीवार पर एक दो गज की दूरी वाला पोस्टर जरूर लगा रखा था। नंबर चार ये कभी नही सुधरेंगे जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय के बाद कुछ दिन पहले हेल्प डेस्क लगी थी लेकिन कोरोना के मामले कम होते ही यह गायब हो गई। शनिवार को रिपोर्टर ने चेक किया तो इक्का-दुक्का छोड़कर आफिस के किसी स्टाफ ने प्रापरली मास्क नही लगाया था। पूछने पर पता चला कि थर्मल स्कैनर खराब हो गया है। नंबर पांच बिना हथियार, कोरोना से वारविकास भवन के निचले तल पर स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के वार रूम के ठीक सामने सीडीओ का केबिन है। बावजूद इसके यहां पर एंट्री होने पर भी हेल्प डेस्क नहीं बनाई गई है। फरियादी बड़ी संख्या में यहां से भी एंट्री करते हैं लेकिन उनकी जांच की यहां कोई व्यवस्था नहीं है। यही हालात रहे तो कोरोना फिर से विकास भवन को अपनी चपेट में ले लेगा।
तीन की जान गई, कई हुए सीरियस कोरोना की दूसरी लहर में विकास भवन में बड़ी संख्या में अधिकारी व कर्मचारी संक्रमण की चपेट में आए थे। जानकारी के मुताबिक कर्मचारी महासंघ अध्यक्ष नरसिंह समेत तीन की जान कोरोना से चली गई। इसके अलावा डीडीओ, डीसी एनआरएलएम, डीपीआरओ, डीसी मनरेगा सहित कई अधिकारी व कर्मचारी संक्रमित हो गए थे। इनमें से कुछ गंभीर भी हुए हैं। इसके बाद भी लोग सबक लेने को तैयार नही हैं।