928पॉजिटिव कोरोना केस मिले हैं दस दिन में1066बेड की क्षमता है एसआरएन हॉस्पिटल में266बेड बेली हॉस्पिटल में पूरी तरह हैं तैयार सोमवार को मिले 220 नये कोरोना पॉजिटिव 16 ने दी कोरोना को मातबेली हॉस्पिटल में भर्ती किये जाने लगे कोरोना संक्रमित मरीज ओपीडी हो गयी बंदकोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी तो काल्विन में एडमिट किए जाएंगे नार्मल मरीज

प्रयागराज (ब्यूरो)। जनवरी में लगभग हर दिन दो गुना रफ्तार से बढ़ रहे कोरोना के केसेज ने दसवें दिन सोमवार को दोहरा शतक जड़ दिया। कुल 220 नये कोरोना संक्रमित मिले। कुल 16 लोगों ने कोरोना को मात दी। इसमें से 15 लोग ऐसे थे जिन्होंने घर में रहकर बीमारी को मात दी है। एक को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है। सोमवार को कोरोना से कोई मौत रिकॉर्ड नहीं की गयी है। केसेज बढऩे को देखते हुए सोमवार से बेली हॉस्पिटल को कोविड पेशेंट के लिए आरक्षित कर दिया गया। यहां ओपीडी में पेशेंट्स को देखना बंद कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने तेज की तैयारियां
कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी तेज कर दी है। कोविड ग्रसित मरीजों को एडमिट करने के लिए हॉस्पिटल में बेड तैयार कर लिए गए हैं। काल्विन हॉस्पिटल में भी वार्डों में तैयारी का काम चालू है। यहां वार्ड में वायरिंग से लेकर मरीजों के बेड को व्यवस्थित करने का कार्य चल रहा है। ताकि बेली और एसआरएन हॉस्पिटल में कोरोना प्रभावित मरीज बढ़ें तो नार्मल मरीजों को काल्विन में एडमिट किया जा सके।

तीन दिन से था आंकड़ा सौ के पार
स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन कोरोना से पब्लिक को बचाने की कवायद में जुटा हुआ है। कोरोना के पाजिटिव केस की संख्या में उतार- चढ़ाव के आंकड़े दिखाई दे रहे हैं। हालांकि सात जनवरी से जिले में पाजिटिव केस की संख्या तेजी से बढ़ी है। इनका आंकड़ा 100 के पार पहुंच गया है। कोरोना मरीजों के इलाज और भर्ती को लेकर एसआरएन, बेली हॉस्पिटल और कोटवा में इंतजाम किए गए हैं। शहर के दो हॉस्पिटल में ऐसे केस को भर्ती करने के लिए वार्ड में बेस से लेकर ऑक्सीजन तक के इंतजाम किए जा चुके हैं। तैयारियों पर नजर डालें तो एसआरएन हॉस्पिटल में 1066 बेड ऐसे हैं। जिन पर कोरोना से पीडि़त मरीजों को एडमिट करके इलाज किया जा सकता है। इसी तरह बेली हॉस्पिटल में करीब 266 बेड पर पर इन मरीजों को एडमिट करके इलाज का बंदोबस्त है। यदि इन दोनों अस्पतालों में इतनी संख्या में कोविड प्रभावित मरीज आते हैं तो नार्मल रोगी कहां एडमिट होंगे? विभाग ने इसका भी समाधान ढूंढ लिया है।
ऐसी स्थिति से निपटने के लिए काल्विन हॉस्पिटल में खाली पड़े वार्डों को सिचुरेट किया जा रहा है। काल्विन हॉस्पिटल के कई वार्डों में पड़े बेड से लेकर वायरिंग तक की व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। इन वार्डों में ऑक्सीजन से लेकर अन्य तमाम मेडिकल सुविधाएं यहां बढ़ाई जा रही हैं।

शहर में बढ़ेंगी रैपिड रेस्पांस टीम
शहर में रैपिड रेस्पांस टीम (आरआरटी) बढ़ाने की प्रक्रिया भी स्वास्थ्य अफसरों ने शुरू कर दी है। सिटी एरिया में आरआरटी की कुल 20 टीमें लगाई जाएंगी। अभी तक शहर में 13 और ब्लॉक लेवल पर 20 टीमें काम कर रही हैं। मगर, कोरोना के पाजिटिव केस की बढ़त देखते हुए शहर में सात और टीमें जल्द ही बढ़ा दी जाएंगी। यह टीम कोविड पाजिटिव केस की निगरानी व जरिए कॉल परामर्श देने का काम करती है। पाजिटिव मरीज जो घर पर हैं उनसे फोन पर संपर्क में रहना और गाइड करने की जिम्मेदारी इसी टीम को सौंपी गई है। टीम के लोग ऐसे मरीजों के पास 24 घंटे में दो बार कॉल करके उनकी सेहत के बारे में पता लगाएंगे। घर पर रहे जिन मरीजों की हालत गंभीर टीम पाएगी उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया जाएगा।

किस दिन मिले कितने पाजिटिव
डेट पाजिटिव केस
1-1-2022 20
2-1-2022 19
3-1-2022 14
4-1-2022 31
5-1-2022 136
6-1-2022 70
7-1-2022 118
8-1-2022 163
9-1-2022 137
कुल 09 दिन 708

Posted By: Inextlive