रिजल्ट पर कोरोना 'इफेक्ट', तीन माह लेट
- कोरोना ने यूपी बोर्ड के स्टूडेंट्स के सेशन पर डाला सीधा असर
- यूपी बोर्ड अभी तक अप्रैल में ही जारी कर देता था रिजल्ट prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: कोरोना महामारी का सीधा असर बोर्ड की परीक्षाओं पर पड़ रहा है। इस बार सीबीएसई, यूपी और सीआईएसई बोर्ड की परीक्षाएं पिछले सालों के मुकाबले काफी लेट हो रही हैं। वहीं यूपी बोर्ड की बात करें तो सेशन शुरु होने के तीन महीने बाद इस बार बोर्ड रिजल्ट जारी होने की उम्मीद है। ऐसे में बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स का रिजल्ट नए सेशन के शुरू होने के तीन महीने बाद होगा। इसका सबसे अधिक असर 11वीं के स्टूडेंट्स के सेशन पर पड़ेगा। क्योंकि उनका सेशन तीन महीने लेट होगा। यूपी बोर्ड का नए सेशन 1 अप्रैल से शुरू हो गया है। जबकि इस बार रिजल्ट जुलाई में आने की उम्मीद है।पहले अप्रैल में घोषित होता था रिजल्ट
यूपी बोर्ड की ओर से पिछले कई सालों से फरवरी में ही बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो जाती थी। 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं पहले 10 मार्च तक समाप्त हो जाती थी। उसके बाद 15 मार्च से मूल्यांकन भी पिछले सालों तक शुरू हो गया था। जबकि बोर्ड की ओर से अप्रैल के आखिर तक रिजल्ट घोषित कर दिए जाते थे। जिससे एक अप्रैल से शुरू होने वाले सेशन का ज्यादा असर नहीं होता था। लेकिन इस बार नया सेशन शुरू होने के करीब तीन महीने बाद यूपी बोर्ड का रिजल्ट घोषित होगा।