बेड का संकट खत्म, कोविड फ्री हुए अस्पताल
- संक्रमितों की संख्या कम होने से निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों के भर्ती होने की व्यवस्था हो रही खत्म
- अब तक छह अस्पतालों को किया जा चुका है कोविड फ्री PRAYAGRAJ: जिले में मरीजों के इलाज के लिए अब बेड की समस्या नहीं है। सरकारी समेत निजी अस्पतालों में बेड खाली है। दिन ब दिन कोरोना संक्रमण के नए मामलों में गिरावट आने से निजी अस्पतालों को कोविड फ्री किया जा रहा है। मरीजों की संख्या कम होने से शहर में अब तक छह निजी अस्पतालों को कोविड फ्री कर दिया गया है जबकि तीन को फ्री करने पर विचार चल रहा है। कोविड अस्पताल में बेड की स्थितिजिले के अंदर 18 कोविड अस्पताल घोषित किये गए थे। जिसमें छह निजी अस्पतालों को कोविड फ्री कर दिया गया है। सीएमओ प्रभाकर राय ने बताया कि अन्य कई निजी अस्पतालों को भी जल्द नान कोविड कर दिया जाएगा।
अस्पताल कुल बेड खाली विनीता सौ बेड 95 यूनाइटेड मेडिसिटी हास्पिटल 300 297 मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज 658, 526 बेड तेजबहादुर सप्रू चिकित्सालय (बेली) 120, 116 नाजरेथ अस्पातल में 50 में 45,यश अस्पातल में 95 में 93,
कमला नेहरू मेमोरियल अस्पातल में 80 में 79, सृजन अस्पातल 32 में 28, प्राची अस्पताल में 50 में 44, नारायण स्वरूप अस्पातल में 50 में 48, शम्भुनाथ अस्पातल में 250 में 250, फोनिक्स अस्पताल में 35 में 35, रेलवे अस्पातल में 100 में 93, श्री साईनाथ द्वारका 56 में 54, बेली लेवल टू 160 में 156 बेड कोविड फ्री हुए अस्पताल ओझा अस्पताल, विनीता अस्पताल, आशा अस्पताल, वात्सल्य अस्पताल, कमला नेहरू मेमोरियल समेत एक अन्य अस्पताल हैं। ओपीडी शुरू तो कहीं हो रही तैयारी कोविड फ्री होने के बाद निजी अस्पतालों ने ओपीडी शुरू कर दी गई है। वहीं कुछ अस्पातल कोविड फ्री होने का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि उनका कहना है कि कोविड मरीजों की संख्या न के बराबर है। कोविड फ्री होते ही ओपीडी शुरू हो जाएगी। वहीं अन्य नान कोविड अस्पातल में सरकारी की अनुमति मिलने के बाद से ओपीडी शुरू हो चुकी है। छह निजी अस्पतालों को कोविड फ्री किया चुका है। बाकि तीन अन्य अस्पतालों ने इसके लिए आवेदन किया है। अगर इसी तरह कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट जारी रही तो अन्य अस्पताल भी कोविड फ्री हो जाएगा।प्रभाकर राय, सीएमओ