सीओपीडी का सही समय पर इलाज, बचा सकता है जान
सेमिनार में डॉ। गुप्ता ने बताया कि सीओपीडी दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा जान लेने वाली बीमारी है
सीओपीडी पर चेस्ट विशेषज्ञ डॉ। आशुतोष गुप्ता और लखनऊ से आए डॉ। एके सिंह ने अपना व्याख्यान दिया डॉ। एके सिंह ने बताया कि नान इनवैजिव वेंटीलेशन यानी हाफ वेंटीलेटर जिसमें कि सांस की नली में बिना ट्यूब डाले मरीज पर प्रयाोग कर सकते हैं इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन की ओर से रविवार को सीओपीडी के उपचार की नवीन विधि पर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता एएमए अध्यक्ष डॉ। एमके मदनानी ने किया। सीओपीडी पर चेस्ट विशेषज्ञ डॉ। आशुतोष गुप्ता और लखनऊ से आए डॉ। एके सिंह ने अपना व्याख्यान दिया।सेमिनार में डॉ। गुप्ता ने बताया कि सीओपीडी दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा जान लेने वाली बीमारी है। इसका जल्दी और सही तरीके से इलाज बीमारी के दुष्प्रभाव को खत्म कर सकता है। सीओपीडी के गंभीर मरीजों के लिए नानइनवैजिव वेंटीलेशन एनआईवी बाईपैप का प्रयोग उनकी जान बचा सकता है।
बिना ट्यूब डाले उपचारडॉ। एके सिंह ने बताया कि नान इनवैजिव वेंटीलेशन यानी हाफ वेंटीलेटर जिसमें कि सांस की नली में बिना ट्यूब डाले मरीज पर प्रयाोग कर सकते हैं। उन्होंने उपचार की नवीनतम विधियों के बारे में भी खुलकर चर्चा की। सेमिनार में डॉ। अशोक अग्रवाल, डॉ। सुजीत सिंह, डॉ। जीएस सिन्हा, डॉ। युगांतर पांडेय, डॉ। आविद सईद, डॉ। सुभाष वर्मा आदि मौजूद थे। संचालन सचिव डॉ। राजेश मौर्या ने किया।