दूषित पानी बना सेहत का दुश्मन
प्रयागराज ब्यूरो । बारिश के मौसम में डायरिया एक बार फिर पैर फैलाने लगा है। अस्पतालों की ओपीडी में उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। डॉक्टर्स की माने तो दूषित पेयजल की सप्लाई और बाजार का खानपान इसका अहम कारण बना हुआ है। अनजाने में लोग इनका सेवन करके बीमार पड़ रहे हैं। इससे बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार गली मोहल्लों में पानी की सैंपलिंग भी की जा रही है।
10 से 15 फीसदी पहुंच रहे मरीज
एसआरएन, काल्विन और बेली अस्पताल की ओपीडी में डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़कर 10 से 15 फीसदी पहुुंच चुकी है। इनको उल्टी, दस्त, अपच और खट्टी डकार की शिकायत है। काल्विन अस्पताल में शुक्रवार को करेली के शमशाद, शकीला, रज्जो, प्रमोद, सुरेश, खुल्दाबाद के दीपेंद्र, गुड्डन, बेली अस्पताल में बेली गांव के रफीक, विनीत, आरती, सहजान अपना इलाज कराने पहुंचे थे। इन सभी को उल्टी दस्त की शिकायत थी। एसआरएन अस्पताल में भी दर्जनों मरीज अपना इलाज कराने गए थे।
पाइप लाइन से पहुंच रहा गंदा पानी
बारिश के सीजन में जगह जगह जलभराव होने लगा है। यह पानी पाइप लाइन के जरिए रिसकर घरों में पहुंचने लगा है। यह समस्या लगातार बनी हुई है। जल संस्थान के कर्मचारियों का कहना है कि शहर के कुछ एरिया में पानी की पाइप लाइन पुरानी है और जलभराव होने पर गंदा पानी कभी कभी घर पहुंच जाता है। लेकिन हमारी टीम द्वारा शिकायत मिलने पर पाइप लाइन की मरम्मत का काम किया जा रहा है। पिछले दिनों सिविल लाइंस पीडी टंडन रोड, कीडगंज, मुट्ठीगंज, कालिंदीपुरम, चकिया पुरानी बस्ती, दारागंज, बेली गांव, तेलियरगंज आदि से दूषित जल की सप्लाई की शिकायत की गई थी।
ऐसे होगा डायरिया से बचाव
- एक बाल्टी पानी में एक क्लोरीन गोली डालकर उसे पिएं।
- नल से आने वाले पानी को उबालकर और छानकर यूज में लाएं।
- बाजार का बना चाट, पकौड़ा सहित अन्य आइटम्स को अवायड करें।
- खानपान के बर्तनों की सफाई रखे, किचन में भी सफाई रखें
- खाना खाते और बनाते समय हाथों को साबुन से अच्छे से धोएं।
- अधिक से अधिक पानी पिएं, शरीर को डिहाइड्रेट मत होने दें
- बार बार दस्त लगना
- उल्टी की शिकायत
- पेट में दर्द
- अपच
- खट्टी डकार
बच्चों पर भी डायरिया का कहर
इस सीजन में बच्चों पर भी डायरिया का कहर बना हुआ है। रोजाना दर्जनों बच्चे चिल्ड्रेन अस्पताल की ओपीडी में आ रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि बच्चों में डायरिया की शिकायत अधिक होती है। साफ सफाई के अभाव में बच्चों में जल्दी डायरिया का संक्रमण अधिक होता है। पैरेंट्स को चाहिए कि बच्चों को दूध पिलाते समय उनकी बोतल को साफ रखें। हाइजीन का विशेष ध्यान दें। माताओं को अपनी सफाई का भी ध्यान देना होगा। बच्चो को अधिक उल्टी दस्त हो तो उन्हें बार बार ओआरएस का घोल पीने को देना चाहिए।
ओपीडी में डायरिया के मरीज रोजाना दस से अधिक आ रहे हैं। इस सीजन में गंदा पानी और बाजार का खानपान पेट को नुकसान पहुंचा रहा है। जिससे लोग संक्रमित हो रहे हैं। उल्टी और दस्त अधिक होना इसकी पहचान है।
डॉ। मंसूर, फिजीशियन, बेली अस्पताल प्रयागराज
डॉ। संजय त्रिपाठी, बाल रोग विशेषज्ञ