कांस्टेबल ने नवजात संग इंसानियत बचाई
झाड़ी में फेंकी गई नवजात की खबर मिलते ही पहुंचकर कराया इलाज
कोरांव इंस्पेक्टर ने इलाज बाद भेजवाया चिल्ड्रेन हॉस्पिटल PRAYAGRAJ: मौसम खराब था ऊपर से बारिश भी हो रही थी। कोरांव एरिया स्थित पसना गांव के पास झाड़ी में फेंकी गई एक नवजात रो रही थी। उस पर कुछ महिलाओं की नजर पड़ी तो ग्रामीण पहुंच गए। खबर मिली तो कोरांव थाने की महिला कांस्टेबल विधु सिंह मौके पर पहुंची। नवजात की स्थिति देख कांस्टेबल बगैर देर किए उसे गोद में उठा ली। गोद में आते ही नवजात चुप हो गई। बारिश में भीगने से उसकी तबीयत खराब थी। कांस्टेबल नवजात को लेकर पास के एक हॉस्पिटल पहुंची। वहां इलाज कराने के बाद जानकारी इंस्पेक्टर को दी। कांस्टेबल की खूब हुई सराहनामहिला कांस्टेबल के इस नेक काम व सक्रियता से थाना पुलिस एक्टिव हो गई। हमराहियों के साथ इंस्पेक्टर हॉस्पिटल पहुंचे। लिखा पढ़ी कराने के बाद उन्होंने बच्ची को इलाज के लिए चिल्ड्रेन हॉस्पिटल भेज भेज दिया गया। देर शाम तक नवजात की जिंदगी खतरे से बाहर बताई गई। महिला कांस्टेबल के इंसानियत को लेकर इंस्पेक्टर सहित थाने का हर जवान उसे शाबासी दिया। उधर गांव में भी कांस्टेबल के इस काम की दिन भर चर्चा रही। मौके पर पहुंचे लोगों का कहना था कि ऐसा कम ही होता है कि बगैर अफसरों को खबर दिए कोई कांस्टेबल किसी को हॉस्पिटल पहुंचाए। महिला कांस्टेबल की तत्परता के चलते नवजात की जान ही नहीं इंसानियत भी बच गई।
महिला कांस्टेबल ने सराहनीय कार्य किया है। खबर मिलने के बाद यदि वह आदेश का इंतजार करती तो शायद नवाज के इलाज में देर हो जाती। नवजात को कौन फेंका यह जानने की कोशिश की जा रही है। सुरेश सिंह, इंस्पेक्टर कोरांव