स्मार्ट मीटर की फजीहत, कौन लगाए विभाग का चक्कर?
- बाढ़ के चलते खराब हुये स्मार्ट मीटर का नहीं निकल रहा सॉल्यूशन
- दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट से बातचीत में उपभोक्ताओं ने साझा की समस्याएं PRAYAGRAJ:बाढ़ में घर डूबने के चलते कई स्मार्ट मीटर खराब व फंक्शन काम करने बंद कर दिए हैं। अब इन घरों के उपभोक्ता विभाग के पास लिखित व फोन करके शिकायत कर रहे हैं। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि इसका क्या साल्यूशन है। बता दें दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने एक दिन पहले खबर का शीर्षक 'पानी से लॉक हो गए मीटर, पब्लिक परेशान बिजली विभाग का तर्क हम भी तो खरीदते है' प्रकाशित की थी। मंगलवार को सिटी के तमाम उपकेंद्रों से लेकर मीटर डिपार्टमेंट तक पड़ताल की गई। इस दौरान उपभोक्ताओं ने बताया कि नए नियम के तहत आकर नया कनेक्शन लेने की बात विभाग कर रहा है। जबकि इस नए सिस्टम के तहत कई परेशानियों के सामने से गुजरना पड़ेगा। ये परेशानियां उपभोक्ताओं ने साझा किया।
नहीं हो रही सुनवाई1. करेली गौस नगर की रहने वाली शबनम ने बताया कि मीटर का फंक्शन काम नहीं कर रहा है। लेकिन सप्लाई बराबर आ रही है। विभाग के पास दो बार फोन करके सूचित कर चुकी हूं, कोई सुनवाई नहीं हुई है। अब विभाग जांच में खराब होने पर नया मीटर नए नियम के साथ लगवाने की बात कह रहे हैं। अब कौन विभाग का बार-बार चक्कर लगाए।
2. इसी मोहल्ले की रहने वाली रुबिना ने बताया कि मीटर काम न करने पर एक दिन तो अंधेरे में रहना पड़ा था। दूसरे दिन पड़ोसी से लाइन लेकर काम चलाना पड़ा। अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। 3. दारागंज बस्ती एरिया के रहने वाले गोविंद प्रसाद बताते हैं कि उनका मीटर बाढ़ में डूब जाने के चलते पूरी तरह से खराब हो गया है। रोजाना टेंशन बनी रहती है आखिर कितना यूनिट उठ रहा है। 4. म्योहॉल मीटर डिपार्टमेंट के बाहर खड़े छोटा बघाड़ा निवासी प्रवीण ने बताया कि कभी कोई कहीं भेज रहा है तो कोई म्योहॉल जाकर शिकायत करने को कह रहा है। ऐसे में विभाग का चक्कर लगाकर थक चुका हूं। बस उनका एक ही कहना है कि विभाग बाढ़ में खराब हुये मीटर उपभोक्ताओं को कुछ राहत दे। बाढ़ में मकान के बाहर लगे मीटर डूब जाने से खराब होने की शिकायत मिल रही है। इन मीटरों को प्राकृतिक आपदा राहत कोष से बदलने पर बातचीत चल रही है। -विनोद गंगवार मुख्य अभियन्ता