कांग्रेस प्रवक्ता को उठा ले गए थाने, छीना मोबाइल
प्रयागराज ब्यूरो ।मारपीट और फायरिंग के मामले में भागे भाई और भतीजे पर दबाव बनाने के लिए करेली पुलिस ने कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता को उठा लिया। थाने में लाकर बैठा लिया और प्रवक्ता का मोबाइल छीन लिया। शाम को किसी तरह लोगों को पता चला तो कांग्रेसी सक्रिय हुए। देररात करेली थाने में हंगामा शुरू हुआ तो पुलिस ने प्रदेश प्रवक्ता को छोड़ा। मंगलवार को मामले की शिकायत डीसीपी सिटी से की गई है। डीसीपी ने करेली पुलिस को फटकार लगाई है।
ये है मामला
24 अगस्त को जीटीबीनगर करेली के रहने वाले छात्र और धूमनगंज नीमसराय में रहने वाले छात्र के बीच झगड़ा हो गया था। दोनों सिविल लाइंस के एक स्कूल में पढ़ते हैं। दोनों का झगड़ा स्कूल में हुआ था। छुट्टी होने पर दोनों घर चले गए। मामले की जानकारी नीमसराय के छात्र ने अपने भाई को दी। इस पर उसका भाई आसिफ अपने एक साथी के साथ जीटीबीनगर में सब्बू चाय वाले की दुकान पर पहुंचा। वहां पर छात्र के पिता शोएब उर्फ भोलू और आसिफ के बीच बातचीत होने लगी। गहमागहमी के दौरान फायरिंग हो गई। गोली आसिफ के पैर में लगी। इस पर पुलिस ने शोएब, उसके दो बेटे और एक अज्ञात पर केस दर्ज कर लिया। केस होने की जानकारी पर आरोपित घर छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस ने कांग्रेस प्रवक्ता को उठाया
आरोपित शोएब के भाई मो.शहाब कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता हैं। शहाब भी जीटीबी नगर में रहते हैं। सोमवार को करीब दस बजे दिन में वह घर से निकले। नखास कोहना के पास से करेली पुलिस ने शहाब को उठा लिया। प्रवक्ता को पुलिस करेली थाने ले गई। उनका मोबाइल छीन लिया। जिस पर शहाब किसी को सूचना भी नहीं दे पाए। शाम को किसी तरह शहाब के करेली थाने में होने की सूचना घरवालों को मिली तो कांग्रेसी सक्रिय हो गए। रात में कांग्रेसियों ने करेली थाने पहुंचकर हंगामा किया। इसके बाद शहाब को छोड़ा गया। मो.शहाब ने बताया कि पुलिस उन पर जबरदस्ती दबाव बना रही है।
डीसीपी सिटी से मिले कांग्रेसी
मंगलवार को शहर अध्यक्ष प्रदीप मिश्र अंशुमन के नेतृत्व में कांग्रेसी डीसीपी दीपक भूकर से मिले। कांग्रेसियों ने डीसीपी से पूरा घटनाक्रम बताया। कहा कि करेली पुलिस कांग्रेस प्रवक्ता को बिना वजह परेशान कर रही है। कहा कि घटना में दर्ज केस में एक अज्ञात के रूप में पुलिस कांग्रेस प्रवक्ता के बेटे को चिंहित कर रही है। जबकि उनके बेटे का केस से कोई वास्ता नहीं है। डीसीपी ने मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। प्रतिनिधि मंडल में कांग्रेस प्रवक्ता शहाब, क्रांति शुक्ल, तस्लीमुद्दीन, सुभाष पांडेय, भोले सिंह, अजेंद्र गौड़, मो.असलम, विनय पांडेय, इरशाद उल्ला, पूनम यादव, रमेश जायसवाल, अब्दुल कलाम आजाद आदि शामिल रहे।
कांग्रेस प्रवक्ता मो.शहाब का राजनीति में पिछले तीन दशक से सक्रिय हैं। मो.शहाब ने बताया कि वे अतीक अहमद के खिलाफ विधान सभा का चुनाव लड़ चुके हैं। इसकी वजह से तमाम लोग उनसे राजनीतिक रंजिश रखते हैं। ऐसे लोगों के दबाव में करेली पुलिस उनके परिवार को बदनाम कर रही है। जबकि उनका भाई के केस से कोई लेना देना नहीं है।