तुरंत करिए शिकायत, मिल जाएगी रकम
प्रयागराज (ब्यूरो)। 33 लोग साइबर ठगी के शिकार हुए। इनसे चूक तो हो गई। मगर इन लोगों ने बगैर वक्त गंवाए फौरन अपने साथ हुई साइबर ठगी की शिकायत साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। जिसका नतीजा रहा कि साइबर फ्रॉड का शिकार हुए लोगों की रकम को फ्रीज करा दिया गया। जिससे साइबर क्राइम सेल को साइबर ठगी के शिकार हुए 33 पीडि़तों को उनकी रकम वापस कराने में मदद मिल सकी। लेकिन ये तभी संभव हो पाया जब खुद पीडि़त ने टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज करा दी।
ठगी होने पर क्या करें
यदि आपके साथ साइबर ठगी हो गई है तो फौरन साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं। साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर पर आपकी पूरी डिटेल ली जाएगी। इसके बाद साइबर क्राइम की टीम जिस एकाउंट में साइबर ठगी करके रकम ट्रांसफर कराई गई है उसे फ्रीज करा देती है। जिससे साइबर क्रिमिनल फ्रॉड की रकम को निकाल या अन्य एकाउंट में ट्रांसफर नहीं करा पाते हैं। साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर पर शिकायत के बाद पुलिस लाइन स्थित साइबर सेल में एक एप्लीकेशन देकर घटना की पूरी जानकारी दी जाए। ताकि साइबर क्राइम सेल आपकी मदद कर सके।
इन्हें वापस मिली रकम
- शिवकुटी के अंकित यादव के साथ 11 हजार का साइबर फ्रॉड हुआ। अंकित को पूरी रकम वापस मिल गई।
- शिवकुटी के बिन्देश्वरी प्रसाद के साथ 1 लाख 22 हजार का साइबर फ्रॉड हुआ। बिन्देश्वरी को एक लाख रुपये वापस मिले।
- मनीष कुमार मंजरेकर के साथ 20 हजार चार सौ का साइबर फ्रॉड हुआ। मनीष को छह हजार रुपये वापस मिले।
- जार्जटाउन के रंजीत कुमार के साथ 40 हजार 644 रुपये का साइबर फ्रॉड हुआ, इन्हें पूरी रकम वापस कराई गई।
- धूमनगंज के साकेत श्रीवास्तव के साथ 94 हजार का साइबर फ्रॉड हुआ। साकेत को उनकी पूरी रकम वापस मिल गई।
- कोतवाली की रहने वाली दीप्ति सिंह के साथ 25 हजार का साइबर फ्रॉड हुआ। दीप्ति को पूरी रकम वापस मिल गई।
- कोतवाली के रहने वाले आयुष गुप्ता के साथ 46 हजार रुपये का साइबर फ्रॉड हुआ। आयुष को 16 हजार रुपये वापस मिले।
- कर्नलगंज के संतोष कुमार के साथ 42770 रुपये का साइबर फ्रॉड हुआ। संतोष को पूरी रकम वापस मिल गई।
- मेजा के अभिषेक यादव के साथ 12 हजार रुपये का साइबर फ्रॉड हुआ। अभिषेक को पूरी रकम वापस मिल गई।
- शंकरगढ़ के नितिन तिवारी के साथ 14500 रुपये का साइबर फ्रॉड हुआ, नितिन को सात हजार रुपये वापस मिले।
- झूंसी के विजय कुमार उपाध्याय के साथ 45000 रुपये का साइबर फ्रॉड हुआ। इन्हें पूरी रकम वापस मिल गई।
- मेजा के अजय दुबे के साथ बीस हजार की साइबर ठगी हुई। अजय को 44 सौ रुपये वापस मिले।
- कोरांव के योगेंद्र कुमार के साथ दस हजार रुपये का साइबर फ्रॉड हुआ। योगेंद्र को दस हजार वापस मिले।
- अतरसुइया की रुचि दुबे के साथ 13 हजार रुपये की साइबर ठगी हुई। इन्हें दो हजार रुपये वापस मिले।
- कीडगंज के अनुपम मिश्रा के साथ पांच हजार का साइबर फ्रॉड हुआ। अनुपम को पांच हजार वापस मिले।
- हंडिया की जया के साथ चार हजार की साइबर ठगी हुई। जया को पूरी रकम वापस मिल गई।
- कर्नलगंज के भीमबली के साथ पांच हजार की साइबर ठगी हुई। भीमबली को पूरी रकम वापस मिली।
- घूरपुर के प्रशांत शुक्ला के साथ दस हजार की ठगी हुई। प्रशांत को दस हजार वापस मिले।
- शिवकुटी की नीलम द्विवेदी के साथ 9500 रुपये की साइबर ठगी हुई। नीलम को पूरी रकम वापस मिली।
- हंडिया के अनुज गुप्ता के साथ 23 हजार रुपये की साइबर ठगी हुई। अनुज को पूरी रकम वापस मिली।
- सिविल लाइंस की सुषमा झा के साथ 195000 का साइबर फ्रॉड हुआ। सुषमा झा को उनकी पूरी पूरी रकम मिल गई।
- सरायइनायत के सुनील दुबे के साथ 52 हजार रुपये का साइबर फ्रॉड हुआ। इन्हें पूरी रकम वापस मिल गई।
- एयरपोर्ट थाना एरिया की शालिनी गुप्ता के साथ 45 हजार की साइबर ठगी हुई। शालिनी को पूरी रकम वापस मिल गई।
- शिवकुटी के बाबू खान के साथ के साथ 28900 की साइबर ठगी हुई। बाबूखान को पूरी रकम वापस मिल गई।
- शिवकुटी के अशोक कुमार के साथ दो हजार की साइबर ठगी हुई। अशोक को पूरी रकम वापस मिल गई।
- शिवकुटी के दीपक मिश्रा के साथ 87110 रुपये की साइबर ठगी हुई। इन्हें पूरी रकम वापस मिल गई।
- शिवकुटी के रंजीत वर्मा के साथ 950 रुपये की साइबर ठगी हुई। रंजीत को पूरी रकम वापस मिल गई।
- नैनी के मोहन लाल के साथ पचास हजार की साइबर ठगी हुई। मोहन लाल को पूरी रकम वापस मिल गई।
- कर्नलगंज के अंकित के साथ 44509 रुपये की साइबर ठगी हुई। अंकित को दो हजार रुपये वापस मिले।
- जार्जटाउन के आशुतोष तिवारी के साथ दस हजार की साइबर ठगी हुई। आशुतोष को पूरी रकम वापस मिल गई।
- अतरसुइया की शिल्पी के साथ 80332 रुपये की साइबर ठगी हुई। शिप्ल्ी को 44332 रुपये वापस मिले।
- नैनी के राकेश कुमार के साथ 75000 की साइबर ठगी हुई। राकेश को पूरी रकम वापस मिली।
साइबर फ्रॉड के शिकार हुए सभी 33 पीडि़तों को उनकी रकम वापस कराने में साइबर सेल ने अथक प्रयास किया। साइबर क्राइम सेल प्रभारी विनोद यादव की टीम में दारोगा घनश्याम यादव, कांस्टेबिल जयप्रकाश, प्रमोद कुमार, कृष्णवीर सिंह, आशीष यादव, अनमोल कुमार, पुनीत, नवीन कुमार और योगेश कुमार शामिल रहे।
साइबर क्राइम सेल टीम बेहतर प्रयास कर रही है। साइबर फ्रॉड के शिकार लोगों को उनकी रकम वापस कराने के लिए साइबर क्राइम सेल ने सराहनीय प्रयास किया है। आम लोगों को जागरुक करने के लिए भी साइबर क्राइम सेल अभियान चला रही है।
सतीश चंद्र, एडीसीपी क्राइम ब्रांच