सर्द हवाओं ने बढ़ाई गलन, कांपे लोग
पांच डिग्री लुढ़का पार, एक सप्ताह तक रह सकता है कोहरा
दिन और रात के तापमान का अंतर होगा कम
प्रयागराज (ब्यूरो)। मौसम विभाग ने सोमवार को घने कोहरे की आशंका जताई है। अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय भूगोल विभाग के प्रोफेसर एआर सिद्दीकी ने बताया कि पहाड़ों पर गिरी बर्फ का असर अब प्रयागराज पर पडऩे लगा है। अगले सप्ताह तक तापमान में गिरावट का दौर जारी रहेगा। गलन बढ़ेगी। दिन और रात के तापमान में भी अंतर कम होगा। छह जनवरी से शुरू होने वाले माघ मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को भी परेशानी हो सकती है। इस मौसम में बच्चों को विशेष रूप से सतर्क रहना होगा।
बच्चे होते हैं अधिक शिकार
सर्दी आते ही सबसे पहले बच्चे ही उसके गिरफ्त में आते हैं। बच्चों में कोल्ड डायरिया, निमोनिया, हाथ -पैर की अंगुलियों में सूजन, डायरिया, निमोनिया, हाथ -पैर की अंगुलियों में सूजन, डायरिया सहित हाइपोथर्मिया आदि बीमारियों का खतरा रहता है। सर्दी जुकाम और बुखार आम तौर पर इस मौसम में होता है लेकिन लापरवाही से यह गंभीर रूप ले सकता है।
क्या कहना है डाक्टर
डा। अरूण गुप्ता ने बताया कि सर्दी के मौसम में इन बीमारियों से समुचित खानपान और सावधानी से बचा जा सकता है। सुबह और शाम के समय में बच्चों का विशेष ख्याल रखना चाहिए। बाहर खेलने
के लिए जाने वाले बच्चों पर विशेष निगरानी रखनी चाहिए। सफाई का ख्याल रखना चाहिए। पानी पर्याप्त पिलाना चाहिए। इस मौसम में पानी कम पीने से डिहाइड्रेशन का भी खतरा होता है।
स्त्री रोग विशेषज्ञ सोनिया सिंह ने बताया कि इस मौसम में गर्भवती महिलाएं अपना विशेष ख्याल रखें। सर्दी से बचाव अवश्य करनी चाहिए। इस दौरान शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए ऊनी वस्त्र पहनना चाहिए, संतुलित खानपान लेनी चाहिए। बीमार पडऩे पर बिना चिकित्सक की सलाह के दवा नहीं लें। खाली पेट नहीं रहें। दिन और रात का भोजन अवश्य लें।
बुजुर्गों का रखें ख्याल
बुजुर्गों को इस दौरान मधुमेह और बीपी के बढऩे का खतरा रहता है। इसलिए यह आवश्यक है बुजुर्गों की जांच करवा लें अपने चिकित्सक से मिलकर दवाओं को अपग्रेड करवा लें। बुजुर्ग जिन्हें दमा की शिकायत है उनको इस मौसम हवा से परेशानी हो सकती है। इसलिए बाहर निकलें तो कान और मुंह को ढाक कर निकलें। कोरोना की आशंका भी है इसलिए मास्क अवश्य लगाएं। धूल -कण से भी परेशानी होती है इसलिए गले के ऊपरी हिस्सा की सुरक्षा होनी चाहिए। पैर की सुरक्षा अवश्य करनी चाहिए। खान-पान पर नियंत्रण रखनी चाहिए।
- घर से बाहर निकलने पर पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें
- एक, दो मोटे कपड़े पहनने के बजाए कई लेयर वाले पतले कपड़े पहनें
- बीमार, दिव्यांग और बुजुर्गों का ख्याल रखें
- घर में रात के वक्त कंबल व रजाई का इस्तेमाल करें
- गर्म पेय पदार्थ का सेवन करें
- खाने में हल्दी, अदरक, तुलसी, काली मिर्च, केसर आदि का प्रयोग करें