रोजगार की मांग, पुलिस से झड़प
- कई थानों की फोर्स के साथ पहुंचे अफसरों के समझाने पर हुए शांत
धरना स्थल से हिरासत में लिये गये तीन प्रदर्शनकारी PRAYAGRAJ: बेरोजगारी के खिलाफ मंगलवार को सैकड़ों बेरोजगार सड़क पर उतर पड़े। बालसन चौराहे से नारेबाजी करते हुए सभी धरना स्थल सिविल लाइंस पहुंचे। उनकी आवाज सरकार तक पहुंचती इसके पहले फोर्स पहुंच गई। उन्हें हटाने की कोशिश में सिविल लाइंस पुलिस युवाओं से उलझ गई। इससे युवाओं का आक्रोश बढ़ गया। यह देख कई थानों की फोर्स के साथ पहुंचे अफसरों ने समझा बुझाकर सभी को शांत कराया। हिरासत में लिए गए तीन लोगों को देर रात तक छोड़ा नहीं गया था। बेरोजगारी को लेकर किए प्रदर्शनयुवा मंच के बैनर तले बेरोजगारी के मसले को लेकर सैकड़ों युवा रैली निकाले। बालसन चौराहे से वह सिविल लाइंस की तरफ बढ़े तो पुलिस के हाथ पांव फूल गए। हालांकि मांग को लेकर नारे लगाते हुए सभी धरना स्थल सिविल लाइंस पहुंचे। यहां पहले से मौजूद सिविल लाइंस पुलिस उन्हें रोकने का प्रयास करने लगी। इस बीच पुलिस की हरकत को देखते हुए सभी आक्रोशित हो गए। पुलिस और प्रदर्शन कर रहे युवाओं के लिए बीच जमकर तीखी नोकझोक शुरू हो गई। यह देखते हुए शिवकुटी, कर्नलगंज, जार्जटाउन, खुल्दाबाद, सहित अन्य कई थानों की फोर्स बुला ली गई। भारी संख्या में फोर्स को देख छात्र माहौल की नजाकत को भांप गए। छात्रों ने बताया कि पुलिस लाठी लेकर उन्हें खदेड़ना शुरू कर दी। इस पर सभी भागने लगे। मंच अध्यक्ष अनिल सिंह, महासचिव अमरेंद्र सिंह, अनन्त प्रताप सिंह, विनोद पटेल, अरविन्द शुक्ला, अंकित पटेल, शिवम तिवारी, सत्येंद्र सिंह सहित करीब दर्जनभर लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। थाने ले जाने के बाद बाद अध्यक्ष व महासचिव के सिवाय सभी छोड़ दिए गए।
प्रदर्शन कर रहे तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। हिरासत में लिए गए बाकी सभी लोग छोड़ दिए गए हैं। पुलिस उन्हें समझा रही थी, लेकिन वह सुनने को तैयार नहीं थे। रवीन्द्र प्रताप सिंह, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस