बेसमेंट में पढ़ाया जाता था बच्चों का
प्रयागराज ब्यूरो । कोचिंग संस्थान बच्चों की जिंदगी के साथ कैसे खिलवाड़ करते हैं, इसका जीता उदाहरण मेडिका प्वाइंट है। मेडिका प्वाइंट कोचिंग बेसमेंट में चल रही थी। बेसमेंट में क्लास खतरे से खाली नहीं है, इसके बाद भी धड़ल्ले से क्लास चल रही थी। पिछले दिनों पीडीए ने बेसमेंट में चल रही कोचिंगों की जांच का अभियान चलाया तो इसका पता चला। पीडीए ने बेसमेंट सील करने की चेतावनी दी, इसके बाद बेसमेंट सील कर दिया है। ऐसे में अब कोचिंग संस्थान को पत्रिका चौराहा के पास शिफ्ट कर दिया गया है।
पीडीए ने की कार्रवाई
पुलिस लाइन रोड पर महाराणा प्रताप चौराहा के पास मेडिका प्वाइंट कोचिंग थी। कोचिंग को संजय राय, मनीष सिंह और एके त्रिपाठी मिलकर चलाते हैं। कोचिंग में 11वीं और 12वीं के बच्चों को पढ़ाया जाता है। कोचिंग को बेसमेंट में चलाया जा रहा था। बेसमेंट में ही आफिस और क्लास दोनों चल रहा था। पिछले दिनों जब पीडीए की टीम जांच को पहुंची तो कोचिंग संस्थान के संचालक कोई जवाब नहीं दे सके। जिस पर पीडीए ने बेसमेंट को सील कर दिया। बेसमेंट सील होने के बाद कोचिंग को संचालकों ने पत्रिका चौराहा के पास एक बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया है।
ये मिली गड़बड़ी
बेसमेंट में खुली हवा आने जाने का कोई रास्ता नहीं है। हाल ये है कि अगर दिन में भी अंदर लाइट न जलाई जाए तो अंधेरा फैला रहता है। बेसमेंट में केवल एक ही दरवाजा है, जिससे अंदर आया जाया जा सकता है। ऐसे में अंदर किसी घटना के होने पर छात्रों का सुरक्षित बाहर आ पाना बेहद मुश्किल है। इसके बाद भी कोचिंग की क्लास बेसमेंट में चल रही थी।
संजय राय, कोचिंग संचालक, मेडिका प्वाइंट
आ रहा है जवाब
बेसमेंट में कोचिंग क्लासों के चलने की जांच पड़ताल के दौरान अग्निशमन विभाग ने 12 संस्थानों को फायर सेफ्टी को लेकर नोटिस जारी किया था। जिसमें संस्कृति कोचिंग सिविल लाइंस, साकेत कोचिंग कर्नलगंज, प्रगति कोचिंग कर्नलगंज, फिजिक्सवाला कोचिंग सिविल लाइंस, विजन लाइब्रेरी सिविल लाइंस, सक्सेज मंत्रा लाइब्रेरी, सिविल लाइंस, आकाश कोचिंग नैनी, सनबीम क्लासेज नैनी, द ट्यूशन प्वाइंट नैनी, क्लाइमेक्स एकेडमी शांतिपुरम, दीप्तिमान एकेडमी शांतिपुरम को नोटिस जारी की थी। यह नोटिस एक अगस्त को जारी की गई थी। नोटिस जारी किए जाने के बाद सीएफओ आरके पांडेय ने बताया कि सभी कोचिंग संस्थानों से तीन दिन में जवाब मांगा गया है, मगर अब सीएफओ का कहना है कि कोचिंग संस्थानों का जवाब आ रहा है।
आरके पांडेय, सीएफओ, अग्निशमन विभाग