राजभवन के मेहमान बने मलिन बस्तियों के बच्चे
प्रयागराज ब्यूरो ।शहर दक्षिणी विधान सभा में स्थित विभिन्न झुग्गी झोपडिय़ों के बच्चे और उनके परिवार के सदस्यों का एक बड़ा सपना शनिवार को मंत्री नंदी ने पूरा कराया। शुक्रवार को उन्होंने बच्चों को लखनऊ बुलाया। रिसोर्ट में रुकने के साथ वहां स्वीमिंग, फूडिंग एंज्वॉय करने के साथ मॉल में शापिंग करने का मौका दिया। शनिवार को यह सभी राजभवन में गवर्नर आनंद बेन पटेल से मिलने के लिए पहुंच गये। 51 दलित एवं मलिन बस्तियों के बच्चों एवं उनके अभिभावकों समेत करीब 900 लोग इसमें शामिल हुए।
आगे बढऩा है तो लक्ष्य तय करें
राजभवन में पहुंचने के बाद बच्चों ने राज्यपाल का आर्शीवाद प्राप्त किया। मंत्री नन्दी के साथ ही प्रयागराज महानगर अध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा, पूर्व महापौर ने राज्यपाल का स्वागत एवं अभिनन्दन किया। दलित एवं मलिन बस्ती के सैकड़ों बच्चों के राजभवन भ्रमण को लेकर राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त की। राज्यपाल ने बच्चों से कहा कि अगर आगे बढऩा है, कुछ करना है तो अपना लक्ष्य निर्धारित करें और संकल्प लें कि दुनिया कुछ भी कहे, लेकिन मुझे आगे बढऩा है। अपने लक्ष्य को पूरा करना है। डॉक्टर, इंजीनियर, आईएएस, पीसीएस बनना है। राज्यपाल ने मंत्री नन्दी से कहा कि इस तरह के टूर में दलित एवं मलिन बस्ती व झुग्गी झोपड़ी के बच्चों के साथ ही बड़े-बड़े स्कूलों के बच्चों को भी साथ में जोड़ देना चाहिए। जिससे बच्चों की सोच का एक्सपोजर होगा।
मंत्री नन्दी ने राज्यपाल को अवगत कराते हुए कहा कि प्रयागराज शहर दक्षिणी विधान सभा की 51 बस्तियों के 600 बच्चे और उनके अभिभावक राजभवन घूमने के लिए आए हैं। मंत्री नन्दी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री दर्शना बेन जर्दोश जी के साथ पहली बार आपसे मिले थे और आपको यह अवगत कराया था कि दीपवाली पर बच्चों को शॉपिंग कराते हैं। तब आपने कहा था कि शॉपिंग के साथ ही बच्चों को सैर भी कराना चाहिए। मंत्री नन्दी ने कहा कि हमारे पिताजी फोर्थ क्लास इम्प्लाई थे। मां घर पर सिलाई करती थीं। दीवाली में नए कपडे और मिठाई हमारे लिए किसी सपने जैसे थे। इन बच्चों की मुस्कराहट और इनके अभिभावकों की खुशियाँ बेशकीमती हैं।