बच्चे नहीं जा सके स्कूल
प्रयागराज ब्यूरो । लोक सेवा आयोग गेट पर चल रहे प्रतियोगी छात्रों के प्रदर्शन से प्रशासन के दांत खट्टे हो गए हैं। अपनी मांग को लेकर छात्र मंगलवार को भी डटे रहे। उन्हें शांत करा पाने में अफसरों की नाकामी का खामियाजा यहां आम पब्लिक भुगत रही है। सबसे ज्यादा परेशान लोकसेवा आयोग के पास स्थित अपार्टमेंट व हास्पिटल एवं मकानों में रहने वाले लोग एवं मरीज और डॉक्टर्स परेशान हैं। सनसाइन रेजीडेंसी अपार्टमेंट के लोगों की परेशानी जानकर आप भी चौंक जाएंगे। वह कहते हैं कि अपने ही घर में नजरबंद सरीखे जी रहे हैं। ऐसी फीलिंग आ रही जैसे पूरा परिवार हाउस अरेस्ट हो गया हो गया है।
रात की शांति व दिन का छिना सुकून
सनसाइन रेजीटेंसी अपार्टमेंट में लोक सेवा आयोग के ठीक सामने स्थित है। इस अपार्टमेंट में इंट्री और इक्जिट के लिए एक गेट है। वह भी लोक सेवा आयोग की तरफ ही खुलता है। ठीक सामने लोकसेवा आयोग के गेट पर प्रतियोगी छात्रों का प्रोटेस्ट चल रहा है। छात्रों के प्रोटेस्ट को देखते हुए शांति व सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस लोकसेवा आयोग चौराहे पर सिविल लाइंस साइड रोड पर बैरिकेटिंग कर दी गई है। थोड़ा आगे लोकसवा आयोग गेट के पास सड़क पर हजारों की संख्या में छात्रों भीड़ है। ऐसे स्थिति में सनसाइन रेजीडेंसी अपार्टमेंट का गेट बीच में पडऩे से यहां रहने वाले हजारों लोग परेशान हो गए हैं। एक तरफ छात्रों की भीड़ दूसरी ओर बैरिकेटिंग के चलते अपार्टमेंट के लोगों की गाडिय़ां नहीं निकल पा रही और न ही अंदर जा पा रहीं। यहां तक कि अपार्टमेंट में रहने वाले परिवारों के बच्चों की स्कूल बस तक नहीं पहुंच पा रही। प्रोटेस्ट के प्रथम दिन सोमवार को स्कूलों की बसें चालक अपार्टमेंट से काफी दूर खड़ी कर दिए थे। किसी तरह पैदल जाकर बसे से जो छात्र स्कूल गए छूट्टी के बाद उन्हें आने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। यह देखते हुए अपार्टमेंट के गेट तक तो दूर आसपास भी बसें नहीं आईं। ऐसे में स्कूल नहीं जा पाने के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो गई। अपार्टमेंट के लोग कहते हैं कि जायज मांग को लेकर प्रोटेस्ट कर रहे छात्र रात भर ड्रम आदि बजाते रहे। इससे हुए शोर के कारण वह रात में सो नहीं सके। दिन में भी शोर के चलते स्कूल जाने वाले बच्चे घर में भी पढ़ाई नहीं कर पा रहे। अपार्टमेंट के लोगों की मानें तो यह सारी समस्या छात्रों की मांग को मानकर उन्हें शांत करा पाने में प्रशासन व अन्य जिम्मेदारों की नाकामी का नतीजा है।
समस्याओं से बदल गई है दिनचर्या
सनसाइन रेजीडेंसी अपार्टमेंट के लोग कहते हैं कि प्रोटेस्ट को देखते हुए प्रशासनिक व्यवस्था से उत्पन्न अव्यवस्था के चलते मेड व दूध की सप्लाई करने वाले दूधिए भी नहीं आ पा रहे।
गैर जनपदों में जॉब करने वाले लोग जो घर आए कार नहीं निकल पाने की वजह से वे वापस ड्यूटी नहीं जा पा रहे। समस्या सिर्फ यही नहीं है।
अपार्टमेंट में रहने वाले लोग घरों में रोजमर्रा की जरूरतों के सामानों की खरीदारी के लिए बाइक से भी नहीं जा पा रहे हैं। उनकी इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रहा।
इतने बड़े अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों की जिंदगी आउस अरेस्ट जैसी हो गई है। छात्रों के प्रोटेस्ट को संभालने धूल फांक रहे अफसर उनकी सुनेंगे? यह सभव नहीं।
लिहाजा वह भी खामोशी से बगैर किसी से कुछ कहे हर दर्द को को सहते हुए मुस्कुराए जा रहे हैं। कहते हैं कि उन्हें मालूम है कोई उनकी सुनेगा नहीं तो कहने से क्या फायदा।
हम अपार्टमेंट के लोग अपने ही घर में नजरबंद सरीखे जी रहे हैं। 95 प्रतिशत बच्चे स्कूल नहीं जा पाए। क्योंकि स्कूलों की गाडिय़ां गेट तक आ ही नहीं पा रहीं। वह घर में ही बैठे हैं। चूंकि प्रोटेस्ट में बजाए जा रहे कनस्तर आदि रात रात भर लोग सो नहीं पाए। छात्र अपने हक की जायज मांग कर रहे हैं। दिक्कत उनके प्रोटेस्ट से नहीं, बल्कि प्रशासनिक अव्यवस्था से है।
ज्योति केसरवानी, सनसाइन रेजीडेंसी अपार्टमेंट
संजीव कुमार, केयरटेकर सनसाइन रेजीडेंसी अपार्टमेंट
चूंकि लोकसेवा आयोग चौराहे पर अपार्टमेंट के पास ही बैरिकेटिंग कर दी गई है। बैरिकेटिंग से न तो गाडिय़ां आने दे और न जाने दे रहे। अपार्टमेंट से कार नहीं निकल पाने की मजबूरी में लोग दफ्त, कोर्ट व प्रतिष्ठानों एवं डॉक्टर्स हॉस्पिटल तक नहीं जा पा रहे। यहां रहने वाले कुछ डॉक्टर हास्पिटल से गाड़ी दूर खड़ी कराए फिर पैदल वहां तक गए। कपड़ों को प्रेस करने वाले लोग तक अपार्टमेंट में नहीं आ पा रहे। अपनी बचाने के फेर में प्रशासन हमारी समस्या बढ़ा दिया है।
विनोद कुमार सिंह, सनसाइन रेजीडेंसी अपार्टमेंट
डॉ। दिनेश सिंह, सनसाइन रेजीडेंसी अपार्टमेंट