- डीएम ने प्रिंसिपल के साथ मीटिंग करके सभी बोर्ड के स्कूलों को दिए कड़े निर्देश

- कोरोना संक्रमित फैमली के साथ सहानुभूति के साथ पेश आए स्कूल

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PRAYAGRAJ: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में लोगों ने अपनों को खो दिया। वहीं संक्रमण के कारण बड़ी संख्या ऐसे बच्चों की भी रही है। जिनके सिर से उनके पैरेंट्स का साया छिन गया है। ऐसे में अब डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को लेकर सक्रिय हो गया है। मंगलवार को सभी बोर्ड के स्कूलों के प्रिंसिपल के साथ हुई मीटिंग में डीएम ने इसको लेकर कड़े निर्देश भी दिए है। जिसमें खासतौर पर स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि कोरोना संक्रमण के कारण अनाथ हुए बच्चों को फ्री पढ़ाई की व्यवस्था स्कूल करें। जिससे उनकी पढ़ाई में किसी भी प्रकार की कोई बाधा ना आ सके। डीएम के निर्देश पर स्कूलों ने भी कोविड 19 के कारण अनाथ हुए स्टूडेंट को 12वीं तक फ्री एजुकेशन को लेकर अपनी सहमति दी।

कोरोना संक्रमित फैमली के साथ रखें सहानुभूति

मीटिंग के दौरान डीएम ने स्कूल के प्रिंसिपल से कहा कि स्कूल कोरोना संक्रमित फैमली के साथ पूरी सहानुभूति रखे। जिससे उनका हौसला बना रहे। उन्हें किसी भी प्रकार से परेशान होने की स्थिति ना हो सके। डीएम की ओर ये निर्देश इसलिए दिया गया कि पिछले दिनों कुछ स्कूलों की ओर से फीस वसूली को लेकर पैरेंट्स पर प्रेसर बनाने की बातें सामने आयी थी। जिसकी शिकायत भी हुई थी। इसी को देखते हुए डीएम ने स्कूलों को निर्देश दिए है।

बढ़ी हुई फीस नेक्स्ट तीन मंथ में करें एडजेस्ट

नए सेशन में स्कूलों की फीस वृद्धि रोकने के शासन के निर्देश के बाद मंगलवार को डीएम भानुचन्द्र गोस्वामी ने प्रिंसिपलों के साथ मीटिंग की। इस दौरान सीबीएसई, सीआईएसई और यूपी बोर्ड के करीब 70 स्कूलों के प्रिंसिपल शामिल हुए। संगम सभागार में हुई मीटिंग के दौरान डीएम ने सभी बोर्ड के स्कूलों के प्रिंसिपल को निर्देश दिया कि वह इस वर्ष भी फीस में वृद्धि न करें। स्कूल लास्ट इयर की तरह ही सत्र 2019-20 की फीस को ही बार भी अपने यहां लागू रखे। साथ ही जिन स्कूलों ने अधिक फीस ले रखी है। उन स्कूलों को निर्देश दिया कि वह बढ़ी हुई फीस की राशि को आने वाले महीनों की फीस में एडजेस्ट करें।

अलग-अलग मद की फीस लेने पर भी लगाई रोक

डीएम की अध्यक्षता में हुई मीटिंग के दौरान स्कूलों को यह भी निर्देश दिया गया कि जब तक आफलाइन क्लासेस का संचालन हो रहा है। उस समय तक स्कूल बच्चों से परीक्षा शुल्क भी ना लिया जाए। इसी प्रकार स्कूल बंद रहने की अवधि में जब तक कि स्पो‌र्ट्स, साइंस लैब, लाइब्रेरी, कम्प्यूटर, एनुअल फंक्शन इत्यादि से संबंधित गतिविधियों नहीं हो रही है। तब तक उन गतिविधियों के साथ ही ट्रांसपोटेशन फीस भी स्टूडेंट्स से ना वसूली जाए। साथ ही किसी भी पैरेंट्स को अगर दिक्कत है, तो उनके अनुरोध पर आगामी तीन महीने की फीस यानी क्वार्टली फीस लेने पर भी रोक लगाई गई है। स्कूल के टीचर्स व नॉन टीचिंग स्टाफ की सैलरी का भुगतान स्कूल के प्रबंधक या प्रिंसिपल द्वारा सुनिश्चित किया जाए।

स्टाफ को लगेगी वैक्सीन

जिले में संचालित सभी स्कूलों के टीचर्स व नॉन टीचिंग स्टाफ को कोविड 19 रोधी वैक्सीन लगाए जाने के लिए प्रिंसिपल सेंट जोसफ कालेज, प्रिंसिपल ग‌र्ल्स हाई स्कूल एंड कालेज को नोडल नामित किया गया है। निर्देश दिया कि स्कूल में 45 वर्ष से अधिक आयु के स्टाफ मेंबर्स निर्धारित तिथि में वैक्सीनेशन कराएं।

Posted By: Inextlive