महाकुंभ के आयोजन को लेकर मची है रारकीडगंज थाने में दर्ज कराया गया है मुकदमाचार पद्धत में बंटा है पंचायती अखाड़ापंचायती अखाड़ा में खेमेबाजी का दौर शुरू

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। महाकुंभ करीब है और पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में घमासान मच गया है। बवाल इस बात को लेकर है कि इस बार महाकुंभ में अखाड़ा की कमान कौन संभालेगा। अखाड़ा की तरफ से महाकुंभ कौन महंत सम्पन्न कराएगा। चार पद्धत में बंटे पंचायती अखाड़ा में खेमेबाजी हो गई है। जिस पर कीडगंज थाने में आरोप प्रत्यारोप को लेकर केस भी दर्ज हो चुका है। मौजूदा समय में पंचायती अखाड़ा में जो माहौल है। हाल फिलहाल उसमें चल रही खेमेबाजी खत्म होने के आसार नहीं हैं।

बहुत पुराना है पंचायती अखाड़ा
श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण प्रयागराज की स्थापना 1927 में हुई थी। नियम के अनुसार उदासीन संप्रदाय की चार पद्धत नियत की गई। जिसे उत्तर पद्धत, दक्षिण पद्धत, पूरब पद्धत और पश्चिम पद्धत नाम दिया गया। संस्था के संविधान के अनुसार सभी महंतों के अधिकार समान हैं।
महाकुंभ को लेकर शुरू है रार
पंचायती अखाड़ा के नियमानुसार हर पद्धत के महंत को एक बार महाकुंभ के आयोजन का मौका मिलेगा। ऐसे में इस बार प्रयागराज में 2025 के महाकुंभ के आयोजन की जिम्मेदारी पश्चिम पद्धत के महंत रघुमुनि को मिलनी चाहिए। मगर इस नियम को अन्य पद्धत के महंत मान नहीं रहे हैं। जिसको लेकर अखाड़े अंदर घमासान मचा हुआ है। इस मामले को लेकर कीडगंज थाने में केस भी दर्ज कराया जा चुका है। जिसमें महंत दक्षिण पद्धत दुर्गादास, व्यासमुनि मुकामी महंत, गोविंददास मुकामी महंत, प्रेमदास मुकामी महंत एवं अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। यह केस कोर्ट के आदेश पर दर्ज किया गया है।

अखाड़ा चार पद्धत में बांटा गया है। हर पद्धत को एक बार महाकुंभ के आयोजन का अवसर मिलता हैै। इस बार महाकुंभ के आयोजन की जिम्मेदारी पश्चिम पद्धत को मिलनी चाहिए। इसको लेकर अन्य महंत तरह तरह की साजिश कर रहे हैं। जिस पर कोर्ट के आदेश पर आरोपित महंतों पर कीडगंज थाने में केस दर्ज कराया गया है।
महंत रघुमुनि, पश्चिम पद्धत पंचायती अखाड़ा उदासीन

Posted By: Inextlive