खीरी में बवाल थमा पर बुलडोजर चलने का इंतजार
प्रयागराज ब्यूरो ।छात्र की हत्या को लेकर दो दिन चले विवाद के बाद बुधवार को खीरी बाजार खुल गया, मगर ऐहतियातन खीरी बाजार में पीएसी और आरएएफ तैनात रही। मामला दो समुदाय के बीच होने होने से तनाव अभी भी बरकरार है। लोगों को आरोपितों के घर बुलडोजर चलने का इंतजार है। आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग जारी है।
सोमवार को दिन मेें हुई थी हत्या
पूरा दत्तू गांव के रहने वाले चचेरे भाई बहन स्कूल से छुट्टी होने पर साइकिल से लौट रहे थे। रास्ते में तुरुक का पुरवा गांव के पास ग्राम प्रधान युसूफ ने पांच लोगों के साथ मिलकर छात्र को पीटकर मार डाला। हत्याकांड की जानकारी मिलते ही खीरी बाजार के लोग आक्रोशित हो गए। घटना के दो घंटे बाद खीरी बाजार में चक्काजाम हो गया। उसी रात डीएम और पुलिस कमिश्नर खीरी थाने पहुंचे। लापरवाही पाए जाने पर थानेदार नवीन सिंह और चौकी इंचार्ज उदयप्रताप को निलंबित कर दिया। भोर में खीरी बाजार से भीड़ छंट गई, मगर लोगों का आक्रोश थमा नहीं। दूसरे दिन मंगलवार को सुबह से ही भीड़ इक_ा होने लगी। दस बजे के बाद भारी भीड़ होने पर डीएम और पुलिस कमिश्नर एक बार फिर खीरी थाने पहुंच गए।
भीड़ लेना चाहती थी बदला
आक्रोशित भीड़ आरोपितों के गांव में जाकर खुद बदला लेना चाहती थी। सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष लाठी, डंडा और धारदार हथियार लेकर कूच करने वाले थे, मगर डीएम संजय खत्री की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। जब डीएम संजय खत्री ने खुद मोर्चा संभाला तो भीड़ काबू में आई। हालांकि इस दौरान पुलिस पर पत्थरबाजी हुई और एक एम्बुलेंस तोड़ दी गई। शाम को मृतक के परिवार को लेकर शव का अंतिम संस्कार कराया गया, इसके बाद भीड़ शांत हो गई।
डीएम संजय खत्री ने मृतक के भाई पुरुषोत्तम सेन को फोन किया। डीएम ने पुरुषोत्तम से हालचाल पूछा और धैर्य रखने के लिए कहा। डीएम ने ढांढस बंधाया। साथ ही कहा कि उसके परिवार को सरकारी आर्थिक मदद दिलाई जाएगी।
सांसद ने पूछा हाल, बंधाया ढांढस
सांसद रीता बहुगुणा जोशी भी पुरुषोत्तम के घर पहुंची। सांसद ने परिवार से मुलाकात की। इसके बाद ढांढस बंधाया। सांसद ने कहा कि पीडि़त परिवार को आर्थिक मदद दिलाई जाएगी, साथ ही सरकारी नौकरी का भी प्रयास किया जाएगा।
राखी के त्योहार की रौनक हो गई फीकी
आसपास के सैकड़ों गांव के लोग खीरी बाजार में खरीददारी करते हैं। व्यापारियों ने एक महीना से राखी के त्योहार की तैयारी कर रखी थी। मगर ऐन वक्त पर छात्र की हत्या होने से बाजार बंद हो गया। बुधवार को बाजार खुला मगर जो रौनक रहनी चाहिए थी वो नहीं रही। जिससे व्यापारियों का लाखों रुपये का नुकसान हुआ।
राखी के त्योहार पर बड़ी संख्या में लोग खीरी बाजार में खरीददारी करते हैं। हम लोगों ने एक महीना पहले से तैयारी कर रखी थी। मगर हत्याकांड से बाजार में रौनक नहीं आ पाई।
पिंटू मोदनवाल, व्यापारी राखी से त्योहार की शुरुआत होती है। खरीददारी का सीजन शुरू होता है। मगर इस बार राखी का त्योहार बेकार चला गया। हमारी सारी तैयारी धरी रह गई। बहुत नुकसान उठाना पड़ा।
सुनील केसरवानी, व्यापारी राखी के त्योहार पर बड़ी संख्या में लोग खरीददारी करते हैं। इस त्योहार से व्यापारियों को बहुत उम्मीद रहती है। त्योहार के चार दिन पहले घटना होने से बाजार चौपट हो गया। बुधवार को भी भीड़ नहीं रही। बहुत नुकसान हुआ।
महेंद्र चौरसिया, व्यापारी राखी के त्योहार से खरीददारी की शुरुआत होती है। मिठाई, राखी के अलावा कपड़े की बिक्री होती है। घटना होने से बाजार में भीड़ नहीं हुई। व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
सुनील शुक्ला, व्यापारी