एफएसएसएआई की पहल पर प्रयागराज में शुरू हुई व्यवस्थामंदिर परिसर में स्थित भोग-प्रसाद की दुकानों की होगी मानीटरिंगहाईजीन का रखा जाएगा ध्यान मानकों के अनुरूप तैयार होगा प्रसादकाशी और मथुरा की तर्ज पर अब जिले में भी मंदिर परिसर स्थित भोग प्रसाद की दुकानों की हाइजीन रेटिंग तय होगी. इनके यहां बनने वाले प्रसाद की गुणवत्ता की जांच की जाएगी. यानी पब्लिक को भोग प्रसाद के नाम पर कुछ भी नही बेचा जा सकेगा. एफएसएसएआई फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथारिटी आफ इंडिया की ओर से शनिवार से भोग कार्यक्रम की शुरुआत की गई. पहले दिन एफएसएसएआई की ओर से आई मास्टर ट्रेनर ने सिविल लाइंस स्थित श्रीहनुमत निकेतन स्थित प्रसाद की दुकानों का निरीक्षण किया.

प्रयागराज (ब्यूरो)। तीन दिसंबर को हुई बैठक में कमिश्नर संजय गोयल ने सिविल लाइंस स्थित हनुमान मंदिर की प्रसाद की दुकानों का चयन किया था। यहां तीन दुकाने हैं और यहां बनने वाले प्रसाद की बड़ी मात्रा में रोजाना बिक्री होती है। इसके बाद सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग संजय पांडेय की अगुवाई में इन दुकानों का निरीक्षण किया गया। कमियों को चिंहित कर उन्हें दूर करने की हिदायत दी गई है। यहां प्रसाद बनने के तरीकों में सुधार के लिए कहा गया।

इन प्रॉसेस को किया गया फॉलोफास्ट टैग ट्रेनिंग
प्रत्येक दुकान के दो-दो कर्मचारियों को फास्ट टैग ट्रेनिंग दी गई। उनको प्रसाद बनाते समय ग्लब्ज, हेड कवर, मास्क यूज करने सहित तंबाकू और गुटखा का सेवन नही करने की हिदायत दी गई। आसपास थूकने को मना किया गया। उनकी पर्सनल और खाद्य पदार्थ की हाइजीन मेंटेन करने को कहा गया।
पानी की जांच
प्रसाद बनाने में यूज होने वाले पानी की फूड लैब में जांच कराई गई। रिपोर्ट में यह फिट फार ह्यूमन कंजम्प्शन पाया गया। अब हर हर छह माह में इसकी जांच होगी।
पेस्ट कंट्रोल
चूहे, काकरोच आदि से बचाने के लिए किचन का पेस्ट कंट्रोल कराया गया है।
मेडिकल टेस्ट
यहां काम करने वाले कर्मचारियों का मेडिकल टेस्ट कराया गया। यह निश्चित समय अंतराल पर होगा।
निर्माण की तिथि
दुकानों पर बिकने वाले लड्डू, पेड़े सहित अन्य मिठाईयों की निर्माण तिथि अंकित करनी होगी।
डस्टबिन
प्रत्येक दुकान के सामने डस्टबिन रखा जाएगा।

एफएसएसएआई जारी करेगा सर्टिफिकेट
बताया गया कि सभी मानकों को पूरा करने के बाद एफएसएसएआई की ओर से एक सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। जिसके जरिए दुकान की हाइजीन रेटिंग तय की जाएगी। शनिवार को एफएसएसएआई की नागपुर से आईं मास्टर ट्रेनर डॉ। अस्मिता ठोकर ने सभी मानकों की जांच की। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट फाइनल करने के बाद सर्टिफिकेट जारी हो जाएगा।
अब बाकी मंदिरों में चलेगा अभियान
अधिकारियों का कहना है कि सिविल लाइंस के बाद अब बंधवा स्थित बड़े हनुमान मंदिर की भोग प्रसाद की दुकानों पर भी अभियान चलाया जाएगा। एक-एक करके शहर के सभी बड़े मंदिरों की प्रसाद की दुकानों की हाइजीन मेंटेन कराई जाएगी। जिससे पब्लिक को बेहतर खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराया जा सके।
सिविल लाइंस हनुमान मंदिर के ट्रस्टी सच्चिदानंद मिश्रा ने हमारा काफी सहयोग किया। आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को बिना मिलावट और साफ सुथरा प्रसाद उपलब्ध कराने के लिए यह कदम उठाया गया है। जल्द ही बाकी मंदिरों में यही अभियान चलाया जाएगा।
संजय पांडेय, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग प्रयागराज मंडल
मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जाते हैं। यह सभी भोग प्रसाद लेकर उसको ग्रहण करते हैं। हमारी प्राथमिकता है कि इसके निर्माण में गुणवत्ता और सफाई का ध्यान रखा जाए। इसी उददेश्य के चलते इस अभियान को शुरू किया गया है।
संजय गोयल, कमिश्नर प्रयागराज मंडल

Posted By: Inextlive