यूपी बोर्ड परीक्षा की निगरानी के लिए सुपर और जोनल मजिस्ट्रेट की हुई तैनातीडीएम और डीआईओएस की मौजूदगी में तैयारियों की समीक्षा

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। जिले के 335 केंद्रों पर गुरुवार से यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं का श्रीगणेश होने जा रहा है। जिसे नकलविहीन संपन्न कराने की जिम्मेदारी सुपर और जोनल मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है। सभी परीक्षा केंद्रों को कंट्रोल रूम से लिंक किया गया है। बुधवार को डीएम नवनीत सिंह चहल और डीआईओएस पीएन सिंह की मौजूदगी में बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें परीक्षा की तैयारियों की समीक्षा की गई है।

हर केंद्र पर एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट
यूपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में 8 जोनल मजिस्ट्रेट, 31 सेक्टर मजिस्ट्रेट और सभी 335 केंद्रों पर एक-एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट को तैनात किया गया है। बैठक में बताया गया कि अधिकांश केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं की डिलीवरी करा दी गई है। सुपर, जोनल और स्टेटिक मजिस्ट्रेट सहित सभी केंद्र व्यवस्थापकों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। मुख्य स्ट्रांग रूम सहित सभी परीक्षा केंद्रों के स्ट्रांग रूम में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की जांच बुधवार को की गई है और इनकी क्रियाशीलता की मानीटरिंग की जा रही है।

अतिसंवेदनशील है प्रयागराज
परीक्षा के लिहाज से प्रयागराज, अलीगढ़, मथुरा, कौशाम्बी, आगरा, बलिया, मैनपुरी, बागपत, मऊ, हरदोई, आजमगढ़, चंदौली, देवरिया, गाजीपुर, गोड़ा, एटा जिलों को अतिसंवदेनशील जिला माना गया है। इसको लेकर भी ंिचता जताई जा रही है। डीआईओएस ने ने कहा कि जिले के सभी केंद्रों पर यहां अफसरों की खास निगाह रहेगी। कंट्रोलरूम से लगातार इन जिलों के परीक्षा पर निगहबानी की जाएगी।

प्रयागराज शिक्षा और साहित्य की नगरी है। यहां पर नकल विहीन परीक्षा कराने की जिम्मेदारी सभी की है। इसकी सभी व्यवस्था की गई है। मजिस्ट्रेट अपने अपने सेंटर पर नजर रखेंगे।
नवनीत सिंह चहल डीएम प्रयागराज

त्रिस्तरीय टीम खोलेगी पैकेट
उत्तरपुस्तिका को भी क्यूआर कोर्ड के दायरे में लाया गया है। परीक्षा में नकल रोकने के लिए एसटीएफ, लोकल खुफिया विभाग एवं पुलिस भी सक्रिय हो गई है। परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्र का पैकेट खोलने के लिए त्रिस्तरीय टीम गठित की गई है। इसमें केंद्र व्यस्थापक, बाह्य केंद्र व्यवस्थापक एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट शामिल किए गए हैं। सोशल मीडिया पर निगरानी रखने के लिए क्यूआरटी यानि तत्काल कार्रवाई टीम गठित की गई है। जो 24 घंटे सक्रिय रहेगी। परीक्षा केंद्रों एवं स्ट्रांग रूमों की निगरीनी को बोर्ड मुख्यालय समेत सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में बना कंमाड रूम भी सक्रिय हो गया है। प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को रात्रि में परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण का निर्देश दिया गया है।

गूगल मीटिंग में दिए निर्देश
बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ला ने बुधवार को प्रदेश के सभी जिलाविद्यालय निरीक्षकों गूगल मीटिंग करके परीक्षा संबंधी दिशा निर्देश दिए। गुरुवार को प्रथम पाली में हाईस्कूल हिंदी एवं प्रारंभिक हिंदी की परीक्षा 8273 केंद्रों में होगी। इंटर में सैन्य विज्ञान की परीक्षा 244 केंद्रों आयोजित होगी। हाईस्कूल में 29,38,663 तथा इंटर में 5,123 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। द्वितीय पाली में इंटर हिंदी एवं सामान्य हिंदी की परीक्षा 8,232 केंद्रों पर होगी। हाईस्कूल में वाणिज्य की परीक्षा 1619 सेंटरों पर होगी। इंटर में 24,29,278 तथा हाईस्कूल में 38,437 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे।

रांग ओपनिंग होने पर तीनों के खिलाफ कार्रवाई
बोर्ड ने प्रश्नपत्र का पैकेट खोलने के लिए नई व्यवस्था बनाई है। इसके तहत केंद्र व्यवस्थापक के साथ बाह्य केंद्र व्यवस्थापक एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट की संयुक्त जवाबदेही तय की गई है। रांग ओपनिंग होने पर तीनों के खिलाफ कार्रवाई होगी। सोशल मीडिया को इस बार निशाने पर लिया गया है। बोर्ड ने 24 घंटे का मानक बनाते हुए एक क्विक रिस्पांस टीम गठित की है। जो व्हाट्सऐप, फेस बुक, टिवटर एक्स आदि पर लगातार निगाह रखेगा। बोर्ड सचिव ने बताया कि प्रदेश भर में नकल रोकने को 1297 सेक्टर मजिस्ट्रेट्र 430 जोनल मजिस्ट्रेट्र 75 राज्य स्तरीय पर्यवेक्षक तथा 416 सचल दस्ते का गठन किया गया है। साथ एसटीएफ, एलआइयू एवं पुलिस भी सक्रिय रहेगी। उन्होंने बताया कि परीक्षा को शासन की मंशा के अनुरूप नकल विहीन कराने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।

नकल को रोकने के लिए एसटीएफ, एलआईयू और पुलिस को भी लगाया गया है। अगर केंद्रों पर प्रश्न पत्र की रांग ओपनिंग हुई तो जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एग्जाम के दौरान प्रदेश में 416 सचल दस्ते सक्रिय होंगे।
दिव्यकांत शुक्ला, सचिव, यूपी बोर्ड

Posted By: Inextlive