सीसीटीवी फुटेज से डकैतों की पहचान की कवायद
प्रयागराज (ब्यूरो)। थरवई के हेतापट्टी में हुए डकैती कांड में पुलिस सीसीटीवी फुटेज के सहारे डकैतों की पहचान करने की कवायद कर रही है। बुधवार को पुलिस ने हेतापट्टी में पांच जगहों से सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में लिया। फुटेज के वीडियो से संदिग्ध लोगों की तस्वीर निकाली जा रही है। ताकि पता चल सके कि डकैतों की क्या गतिविधि रही है।
रविवार की रात हुई थी घटना
हेतापट्टी में रविवार रात कारोबारी संतोष केसरवानी के घर डकैती डाली गई। रामबाबू सोनी की दुकान का ताला तोड़ा गया। चौकीदार रामकृपाल की हत्या की गई। घायलों का उपचार एसआरएन अस्पताल में चल रहा है। मौके पर पहुंचे पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने एसओजी के अलावा पांच टीम घटना के खुलासे के लिए लगाई है। मगर घटना के तीन दिन बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। हालांकि पुलिस की टीमों ने कई संदिग्धों को उठाया है। मगर पुलिस के पास डकैतों की पहचान कराने का कोई जरिया नहीं है। ऐसे में पुलिस की टीमों ने बुधवार को हेतापट्टी में घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज अपने कब्जे में लिया। वीडियो फुटेज से संदिग्ध लोगों की तस्वीर निकाली जा रही है। इन तस्वीरों के सहारे पुलिस डकैतों की पहचान करने की कवायद में है।
स्थानीय लोगों से ली गई जानकारी
पुलिस की टीमों ने बाजार में स्थानीय लोगों से भी कई दिनों से संदिग्ध नजर आने वाले लोगों के बारे में जानकारी जुटाई। सारी जानकारी एक लंगड़े युवक पर आकर टिक जा रही है। लोगों ने पुलिस को बताया कि एक लंगड़ा युवक के साथ कई लोग इधर बीच बाजार में दिखाई दे रहे थे।
2009 में कच्छा बनियान गिरोह ने दी थी दस्तक
शहर में डकैती की शुरुआत कच्छा बनियान गिरोह ने की थी। प्रयागराज में 2009 में कच्छा बनियान गिरोह ने दस्तक दी थी। इस गिरोह के सदस्य नेकर और बनियान पहनते थे। हाथ में लोहे की छेनी रखते थे और घर में घुसने के बाद हत्या जरुर करते थे। इसके अलावा गिरोह के सदस्यों की एक पहचान और थी कि ये घटना को अंजाम देने के बाद घर में शौच जरुर करते थे। कच्छा बनियान गिरोह मोहल्ले में किनारे के मकान को अपना निशाना बनाते थे।