अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने की जांच कर रही सीबीआई ने सच की तह तक पहुंचने के लिए तीनो आरोपितों का नार्को टेस्ट कराने का फैसला लिया है. मुख्य आरोपित आनंद गिरि हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी रहे आद्या प्रसाद तिवारी और इसी प्रिमाइस में मिठाई की दुकान के ओनर संदीप तिवारी का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के लिए सीबीआई की तरफ से सीजेएम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी गयी है. आरोपितों को वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग के जरिए कोर्ट में पेश किया जाएगा. उनके नार्को टेस्ट के लिए सहमति जताने के बाद सीबीआइ की अर्जी पर सुनवाई होगी.



प्रयागराज (ब्यूरो)। मामले की विवेचना कर रहे सीबीआइ के अधिकारियों ने अभियोजन अधिकारी अतुल्य कुमार द्विवेदी व प्रदीप कुमार के जरिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरेंद्र नाथ के समक्ष अर्जी प्रस्तुत किया। अदालत से अनुरोध किया गया कि इस घटना से संबंधित मामले की पूछताछ की सत्यता जानने के लिए आरोपितों का नार्को टेस्ट कराने की अनुमति प्रदान की जाए। आरोपितों के अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव एवं विजय द्विवेदी की ओर से एक प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करके नार्को टेस्ट कराने के संबंध में अपना पक्ष रखने के लिए समय की मांग की गई, जिस पर सुनवाई के लिए न्यायालय ने 18 अक्टूबर की तिथि नियत की है। पिछले माह महंत नरेंद्र गिरि की अल्लापुर स्थित श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी में संदिग्ध दशा में मृत्यु हुई थी। उनके कमरे से पुलिस ने एक सुसाइट नोट बरामद करते हुए प्रथम ²ष्ट््या मामले में आत्महत्या बताया था, जबकि कुछ लोगों ने हत्या की आशंका जाहिर की थी। जार्जटाउन थाने में आनंद गिरि के खिलाफ महंत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा लिखा गया था। पुलिस ने विवेचना बढ़ाते हुए सुसाइड नोट के आधार पर आनंद के अलावा मंदिर के पूर्व पुजारी आद्या प्रसाद व उसके बेटे संदीप को भी गिरफ्तार किया था। तीनों इस वक्त केंद्रीय कारागार नैनी में निरुद्ध हैं।

Posted By: Inextlive