सावधान! भीड़ में हैं तो मास्क न उतारें
चीन में केस बढऩे के बाद केंद्र सरकार ने जारी की एडवाइजरी
15 फीसदी लोगों को ही लगी है बूस्टर डोज, एलर्ट हुआ स्वास्थ्य विभाग
प्रयागराज (ब्यूरो)। केंद्र सरकार ने गाइड लाइन जारी कर रहा है कि अगर कोई कोविड पाजिटिव केस आता है तो सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। इससे पता चला कि मरीज कोरोना के किस वैरिएंट से संक्रमित है। इससे यह भी पता चलेगा कि चीन में फैले नए वैरिएंट ने इंडिया में दस्तक दी है या नही। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिया कि सभी सैंपल को लखनऊ की लैब को भेजा जाए।
लोग भूल गए प्रोटोकाल
वर्ष 2020 में कोरोना ने प्रयागराज में दस्तक दी थी।
पहला मरीज अप्रैल के महीने में मिला था जो इंडोनेशिया का नागरिक था।
इसके अगले महीने कोरोना से शहर में पहली मौत हुई थी।
यह लूकरगंज में रहने वाले एक इंजीनियर थे।
अब तक तीन लहर आ चुकी हैं, जिसमें आफिशियली 181 लोगों की मौत हुई है।
बावजूद इसके लोग कोरोना प्रोटोकाल भूल गए हैं। न तो बाजारों में मास्क दिख रहा है और न ही सोशल डिसटेंसिंग।
दो महीने से बंद है बूस्टर डोज
कोरोना से पूर्ण बचाव के लिए सरकार ने बूस्टर डोज लगाए जाने की बात की थी। लेकिन अब तक केवल 15 फीसदी को ही यह डोज लग सकी है। दो महीने पहले कोविशील्ड खत्म हो जाने के बाद यह प्रक्रिया बंद हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियेां का कहना है कि कोविशील्ड और कोवैक्स भी खत्म हो चुकी है। केवल कोवैक्सीन की 7 हजार डोज बची है। चूंकि 80 फीसदी से अधिक लोगों की दोनों डोज कोविशील्ड लगी है इसलिए वह बूस्टर डोज के लिए कोविशील्ड का इंतजार कर रहे हैं। वहीं प्रीति नर्सिंग होम में कोरोना की बूस्टर डोज 387 रुपए में लगाई जा रही है। संचालक डॉ। अनुज गुप्ता ने बताया कि हमारे पास तीनों प्रकार की वैक्सीन मौजूद है।
23 दिन से नही आया कोई संक्रमित
यह राहत की बात है कि प्रयागराज में पिछले 23 दिन से एक भी कोरोना पाजिटिव सामने नही आया है। इसके चलते शहर फिलहाल कोरोना मुक्त बना हुआ है। बता दें कि अब तक प्रयागराज में कोरोना के कुल 90007 केस सामने आ चुके हैं और इसमें 88763 ठीक हो चुके हैं। 1063 केस पोर्टल पर ट्रांसफर होकर दूसरे जिलों में दर्ज हो चुके हैं।
केंद्र सरकार से एडवाइजरी जारी हुई है। अगर कोई नया पाजिटिव केस सामने आता है तो उसका सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए लखनऊ लैब भेजा जाएगा। इससे पता चलेगा कि संक्रमित कोरोना के किस वैरिएंट का शिकार हुआ है।
डॉॅ। नानक सरन, सीएमओ प्रयागराज