नाले पर कब्जा, बारिश में हजारों लोग घरों में कैद
- घाघर नाला पर अतिक्रमण हटाने से लेकर सौदर्यीकरण की मांग
प्रयागराज में जबर्दस्त बारिश से जहां मौसम सुहाना हो चुका है वहीं दूसरी ओर इस बारिश के पानी का लोगों के घरों में जाने से रहना दूभर हो चुका है। ऐसे ही एक मामले को लेकर पार्षद ने मंडलायुक्त का खत लिखकर समस्या को साल्व करने की मांग की है। दरअसल वार्ड नंबर 78 करैलाबाग-2 के पार्षद ने मंडलायुक्त को लेटर देकर मांग की है कि स्मार्ट सिटी के अंतर्गत घाघर नाला पर अतिक्रमण हटाने से लेकर सौदर्यीकरण की मांग की है। सिटी का सबसे बड़ा नाला है घाघरऐसा मानना है कि घाघर नाला सिटी का सबसे बड़ा नाला है। इसमे सिटी की अधिकांश आबादी के घरों का पानी इससे होकर गुजरता है, पर इस घाघर नाले में गंदगी का अम्बार होने व नाले के आसपास अतिक्रमण होने से बारिश के दौरान लगभग हजारों घरों में गंदा पानी चला जाता है। जिससे लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता है। गौरतलब है कि नाले की चौड़ाई 17 मीटर के आसपास है, जिससे पर लोगों ने अतिक्रमण कर घर बना लिया है।
सौंदर्यीकरण करने की मांगपार्षद की ओर से मांग की गई है कि यदि स्मार्ट सिटी के तहत अगर घाघर नाले को सम्मिलित करके इससे अतिक्रमण हटाकर दोनों तरफ आरसीसी वॉल बनाकर सर्विस लेन पर वृक्षारोपण व प्रकाश की व्यवस्था कर दी जाय तो इससे जहां एक तरफ लोगों को सहूलियत होगी वहीं दूसरी ओर लोग खुली हवा में सांस ले सकेंगे।