दिन में बंदी, शाम को खुली मार्केट
- बुधवार को भी न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे हाईकोर्ट अधिवक्ता
- तमाम बार एसोसिएशन को संगठित कर अब उप्र बंद कराने पर बनी सहमति शिक्षा सेवा अधिकरण अधिनियम के विरोध में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रयागराज बंद का मंगलवार को मिला जुला असर देखने को मिला। सिविल लाइंस, कटरा, चौक सहित तमाम महत्वपूर्ण बाजारों में दिनभर बंदी रही और शाम को दुकानें खोल दी गई थीं। वहीं अन्य एरिया में आधी दुकानों खुली थी तो कुछ को बंद रखा गया था। दोपहर में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन और तमाम संगठनों द्वारा निकाले गए जुलूस ने विभिन्न बाजारों में जाकर बंदी की अपील भी की, जिसके बाद कई दुकानों का शटर गिर गया। लीडर रोड की थोक दवा की दुकाने भी दोपहर के बाद बंद करा दी गई। वही फुटकर दवा की दुकानों को बंद के दायरे से बाहर रखा गया था। मार्निग में नहीं खुली दुकानेंजैसी उम्मीद थी वैसा ही देखने को मिला। शहर की तमाम बड़े बाजारों में प्रयागराज बंद कराने पर फोकस था। जिसका असर भी हुआ। एसोसिएशन की अपील पर चौक, कटरा और सिविल लाइंस में मार्निग में ही कई दुकानें बंद रहीं। जो खुली थी उन्हें दोपहर में अपील कराकर बंद करने को कहा गया। इस दौरान तमाम संगठनों के पदाधिकारी बाजारों का जायजा लेते रहे। हालांकि राजापुर, राजरूपपुर, कीडगंज, अल्लापुर, मुट्ठीगंज, कोठा पार्चा आदि एरिया में तमाम दुकानें खुली भी रहीं। इनके शटर आगे गिरे रहे। जब प्रदर्शनकारी पहुंचे तो इन्होंने शटर गिराने में भलाई समझी।
इन संगठनों ने किया समर्थन सिविल लाइंस चौराहे पर बार एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित अधिवक्ताओं, छात्र नेताओं, व्यापार मंडल, ट्रेड यूनियन, शिक्षक संगठन, शिक्षणेत्तर कर्मचारी संगठन, रेलवे मेंस यूनियन के साथ विशाल आम सभा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता बार अध्यक्ष अमरेंद्र नाथ सिंह और संचालन महासचिव प्रभाशंकर मिश्रा ने किया। इस जनसभा को प्रयागराज कोचिंग एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ। सीपी शर्मा, मंत्री डॉ। प्रवेश चतुर्वेदी, दवा व्यवसायी पवन गुप्ता, राष्ट्रीय युवा संगठन अध्यक्ष सत्याजी, उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष नीरज जायसवाल, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह, संदीप यादव, आदिल हमजा, विशाल सिंह, व्यापार मंडल अध्यक्ष लालू मित्तल जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष राधारमण मिश्रा आदि ने संबोधित किया। आम सभा में हुए अहम फैसलेइसके बाद दोपहर में श्रीहनुमान मंदिर सभा स्थल पर बार एसोसिएशन की आम सभा का आयोजन हुआ। जिसमें सर्वसम्मति से बुधवार को न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया गया है। जिसमें महासचिव ने कहा कि आम सभा का निर्णय ही हमारा निर्णय होगा। अंत में अध्यक्ष ने कहा कि हाईकोर्ट बार एसोसिएशन एक संगठित एसोसिएशन है और हम प्रयागराज की जनता की हितों और न्याय की रक्षा लिए संघर्ष करते रहेंगे। कहा कि मुख्य न्यायमूर्ति ने निश्चित रूप से मुखिया हेाने के नाते हमारे दर्द को समझते हुए आदेश पारित किया है। आम सभा द्वारा हाईकोर्ट में वृहद पीठ स्थापित करते हुए हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में जीएसटी अधिकरण के प्रकरण में लंबित याचिका में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर उसको इलाहाबाद में स्थानांतरित कराकर यहां पर लंबित जनयाचिका के साथ हाईकोर्ट इलाहाबाद में सुनवाई कराने का प्रस्ताव पारित किया गया। आम सभा में शिक्षक संघ के साथ मिलकर उप्र के विभिन्न जिला बार एसोसिएशन, तहसील बार एसोसिएशन को संगठित करके उप्र बंद कराने का निर्णय लिया गया। बैठक में हजारों की संख्या में एसोसिएशन पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे।