पिस्टल, कुल्हाड़ी व कैंची लेकर उतरेंगे प्रत्याशी
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सीटों पर होंगे जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव 1620 नामांकन हुए हैं जिला पंचायत सदस्य के लिए 53 चुनाव चिह्न पर होंगे जिला पंचायत सदस्य के चुनावजिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव को लेकर प्रशासन ने कमर कस ली है। क्षेत्र में एक दूसरे को ललकार रहे प्रत्याशी आवेदन कर चुके हैं। इनके लिए कुल 53 चुनाव चिह्न निर्धारित किए गए हैं। अब किसे कौन सा चिन्ह मिलेगा यह अभी बता पाना मुनासिब नहीं है। क्योंकि यह सारा काम साफ्टवेयर प्रत्याशियों के नाम के अल्फाबेट से करेगा। ऐसे में अभी यह कहना संभव नहीं कि किस प्रत्याशी को कौन से चिन्ह मिलेंगे। फिलहाल नामांकन के बाद सभी ने अपनी-अपनी सीट पर पूरी ताकत झोंक दी है। जीत के लिए वोट की गोट बिछाने का काम इन दिनों तेजी से चल रहा है। इस दफा जिला पंचायत सदस्य के कुल 84 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। इन सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए 1620 दावेदारों ने नामांकन किए हैं। जिला पंचायत के लिए आरक्षित दर्जन भर चुनाव चिन्ह ऐसे हैं जिन्हें पाने का ख्वाब कई उम्मीदवार देख रहे हैं।
चुनाव चिन्ह और उसकी चाहत चुनाव चिन्ह डिमांडआरी, उगता सूरत ज्यादा
कप और प्लेट ज्यादा कलम दवात ज्यादा कुल्हाड़ी, केतली ज्यादा कैंची, खजूर का पेड़ कम है गमला, गिटार कम है घुड़सवार, चश्मा ज्यादा छड़ी, छाता कम है झोपड़ी, टाइपराइटर कम है टेलीफोन, टेलीविजन कम है ट्रैक्टर, ढोलक व तरकस कम है तराजू, ताला चाभी ज्यादा थरमस, नाव, पिस्टल कम है फसल काटता किसान कम है फावड़ा बेल्चा, बल्ला ज्यादा मछली, रेडियो, रोड रोलर नहीं हैलट्टू, लाउड स्पीकर, वृक्ष नहीं है
शेर, सितारा नहीं है सिर पर कलश लिए स्त्री कम है सीटी, सैनिक, स्कूटर नहीं है हाथ ठेला, हल, कम है हेलीकाप्टर, कटहल नहीं है मेज, मोबाइल फोन नहीं है सीमेंट की बोरी, सूटकेस नहीं है हैंगर नहीं (डिमांड की स्थिति सूत्र से प्राप्त सूचना पर डिपेंड है, आधिकारिक पुष्टि नहीं है) तैयार किए जा रहे हैं पंफलेटचुनाव को लेकर प्रशासनिक गलियारे में तैयारियां जोरों पर चल रही है। मतदान केंद्रों व बूथों पर चस्पा की जाने वाली लिस्ट एवं लगाए जाने वाले पंफलेट तैयार किए जा रहे हैं। इस काम के लिए विकास भवन में कई कर्मचारी लगाए गए हैं। वह बूथ के लिए महिला व पुरुष की स्लिप तैयार करने में जुटे रहे। यह स्लिप चुनाव के दिन मतदान केंद्रों और बूथों पर लगाई जाएगी। ताकि इसे पढ़कर लोग यह समझ सकें कि कौन सी लाइन पुरुष व कौन सी महिलाओं के लिए आरक्षित है। वोटर कतार नियम का उल्लंघन किए बगैर अपने पंक्ति में खडे़ होकर मतदान कर सकें।
ड्यूटी कटवाने के लिए धक्का-मुक्की पंचायत चुनाव में ज्यादातर सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। ड्यूटी लगते ही इन अधिकांश कर्मचारियों की बेचैनी बढ़ गई है। वह किसी भी सूरत में चुनाव से अपनी ड्यूटी कटवाने की जुगत भिड़ा रहे हैं। चुनावी ड्यूटी कटवाने के लिए ऐसे लोग जुगाड़ गणित की तलाश में हैं। सोमवार को ऐसे लोगों की भीड़ विकास भवन स्थित सीडीओ कार्यालय के बाहर लगी रही। सभी अपनी बारी के इंतजार में एक दूसरे से धक्कामुक्की करते रहे। इनमें पुरुषों के साथ महिलाओं की भी संख्या देखने को मिली।