तर्कशास्त्र और अल्जेबरा में उलझे रहे अभ्यर्थी
- बीएड में दाखिले के लिए सिटी के विभिन्न सेंटर्स पर हुई प्रवेश परीक्षा
- प्रयागराज मंडल में परीक्षा के लिए बनाए गए थे 148 सेंटर prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: लखनऊ की यूनिवर्सिटी की ओर से शुक्रवार को बीएड में दाखिले के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2021-23 का आयोजन हुआ। परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी सबसे अधिक तर्कशास्त्र व अल्जेबरा के सवालों में उलझे रहे। वहीं हिंदी के सेक्शन में भी प्रश्नों से अभ्यर्थियों को उलझाए रखा। प्रयागराज मंडल में बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए कुल 148 सेंटर बनाए गए थे। दो पालियों में हुई परीक्षासंयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन दो पालियों में किया गया। पहली पाली में जनरल नॉलेज के 50 क्वैश्चन और हिंदी अथवा इंग्लिश में से किसी एक विषय के 50 सवाल पूछे गए। जबकि दूसरी पाली की परीक्षा तर्कशास्त्र व संबंधित विषय से क्वैश्चन पूछे गए थे। दूसरी पाली की परीक्षा में भी 50-50 क्वैश्चन अभ्यर्थियों को सॉल्व करना था। 3-3 घंटे की दो पालियों में कुल 100-100 सवाल हल करने थे। अभ्यíथयों ने बताया कि जनरल नॉलेज में कोरोना से जुड़े प्रश्न शामिल किए जाने की उम्मीद थी। जबकि ऐसा नहीं रहा। अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा की तैयारी के लिए जिस तरह से तैयारी की थी। सवाल उससे काफी अलग रहे। सबसे ज्यादा समस्या हिंदी और तर्कशास्त्र के सवाल में हुई। वहीं कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि पेपर लास्ट इयर के मुकाबले इस बार काफी टफ रहा। परीक्षा कराने के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी से प्रतिनिधि के रूप में डा। फाजिल अहसन हाशमी, डा। सुषमा मिश्रा, कौशांबी में डा। राजेंद्र वर्मा और प्रतापगढ़ के लिए डा। राहुल पांडेय तथा फतेहपुर के लिए डा। सरोज कुमार ढल को भेजा गया था। नोडल बनाए गए प्रो। राजेंद्र सिंह रज्जू भइया स्टेट यूनिवर्सिटी के पीआरओ डा। अविनाश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पहली पाली में प्रयागराज में 36304 ने परीक्षा दी। जबकि परीक्षा छोड़ने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 3706 रही। दूसरी पाली में कुल 36313 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। जबकि 3297 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।