पटरी पर लौटने लगा बिजनेस, जीएसटी कलेक्शन में इजाफा
पिछले साल की तुलना में अगस्त माह में भी 17 फीसद की वृद्धि
इस वर्ष एक महीने ही टैक्स वसूली पर कोरोना महामारी का असर कोरोना की वजह से बाजार के उपजे हालात में अब काफी सुधार नजर आने लगा है। इसका असर वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) के कलेक्शन पर भी पड़ा है। पिछले वित्तीय वर्ष के शुरुआती पांच महीने की तुलना में इस वित्तीय वर्ष के शुरू के पांच महीनों में टैक्स वसूली में करीब 90 फीसद तक इजाफा हुआ है। सिर्फ अगस्त की बात करें तो जीएसटी में लगभग 17 फीसद इजाफा हुआ है। पिछले साल अगस्त की तुलना में 20 करोड़ बढ़ाविगत वित्तीय वर्ष के अप्रैल, मई और जून में लाकडाउन के कारण बाजार बंद थे। अनलाक होने के बावजूद बाजार के हालात में काफी समय तक सुधार नहीं हुआ था। लिहाजा व्यापारियों ने रिटर्न बहुत कम दाखिल किया था। इसलिए टैक्स भी बेहद कम जमा हुआ था। अप्रैल से अगस्त तक प्रयागराज जोन में करीब 437.23 करोड़ ही जीएसटी का कलेक्शन हुआ। इस बार एक ही माह मई में कोरोना कफ्र्यू था। मगर, उसका भी खास असर टैक्स कलेक्शन पर नहीं पड़ा। इसलिए अप्रैल से अगस्त (पांच माह) तक तकरीबन 830.53 करोड़ रुपये जीएसटी की वसूली हुई। यानी 393.3 करोड़ रुपये ज्यादा टैक्स जमा हुआ। वहीं, पिछले साल के अगस्त में तकरीबन 120 करोड़ रुपये टैक्स कलेक्शन हुआ था, जो इस वर्ष अगस्त में लगभग 20 करोड़ बढ़कर 140 करोड़ रुपये हो गया।
टैक्स में इतनी ज्यादा वृद्धि की वजह बाजार में सुधार होने के साथ विभागीय स्तर से भी इसके लिए बहुत प्रयास किया गया। इससे पांच महीने के टैक्स कलेक्शन में पिछले साल की अपेक्षा लगभग 90 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। दयाशंकर तिवारी, एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-वन