48967स्ट्रीट वेंडर ऋण के लिए किए आवेदन39640वेंडरों का 10 हजार ऋण हुआ स्वीकृत18305वेंडर बीस हजार के लिए किए आवेदन16121वेंडरों का 20 हजार ऋण हुआ स्वीकृत930वेंडर लोन जमाकर किए 50 हजार के लिए आवेदन740वेंडरों के आवेदन पर 50 हजार का ऋण स्वीकृत

प्रयागराज ब्यूरो । पीएम स्वनिधि योजना से दस हजार रुपये का कर्ज लेकर ठेले पर व्यापार शुरू किए थे। ठेले पर छोटी सी दुकान को ज्यादातर लोग दस हजार से बढ़ाकर बीस और 50 हजार तक पहुंचा दिए हैं। स्ट्रीट वेंडिंग के धंधे में सिर्फ पुरुष ही नहीं हैं। महिलाएं भी ठेले पर कुछ न कुछ बनाकर रोजगार कर रही हैं। एक आंकड़े पर गौर करें तो शहर में 70.5 प्रतिशत स्ट्रीट वेंडर पुरुष तो 29.5 फीसदी महिलाएं हैं। बेरोजगारों को रोजगार करने के लिए मदद दे सरकार की इस योजना का लाभ बेहिचक लोग उठा रहे हैं।

लेते गए ऋण बढ़ाते गए व्यापार
कोरोना जैसी महामारी में लॉक डाउन से ठेला और जमीन पर स्ट्रीट वेंडिंग कर रहे लोगों का रोजगार छिन गया। सभी आर्थिक तंगी से जूझने लगे। जमा पूंजी कोरोना काल के दौरान परिवार को पालने में चलने में खर्च हो गई। इससे जनपद में रोजगारों की एक बड़ी संख्या रोड पर घूमने लगी। तमाम युवा तो रोजगार को लेकर मानसिक रूप से डिस्टर्ब रहने लगे। यह देखते हुए सरकार प्रधान मंत्री स्वनिधि योजना लांच की। इस स्कीम के तहत ऐसे आर्थिक रूप से कमजोर बेरोजगारों की मदद किए जाने के निर्देश दिए है। स्ट्रीट वेडिंग शॉप शुरू करने के लिए सरकार 10 हजार रुपये का लोन बगैर बहुत लाग लपेट के देना शुरू कर दी। यह योजना हजारों मेहनतकश बेरोजगारों में रोजगार का सपना पैदा कर दी। स्कीम के तहत दस हजार का ऋण लेकर तमाम लोग छोटा मोटा रोजगार शुरू कर दिए। कंडीशन यह है कि स्ट्रीट वेंडिंग से व्यापार शुरू करने के उद्देश्य से 48 हजार 967 लोग दस हजार के लिए अब तक आवेदन किए। इनमें से विभाग के 39 हजार 640 लोगों का ऋण स्वीकृत हो गया है, जो रोजगार शुरू कर दिए हैं। शेष की फाइल पाइप लाइन में है। जल्द ही उन्हें भी यह ऋण मिल जाएगा। डूडा से प्राप्त आंकड़ों पर गौर करें तो व्यापार से कमाई करके तमाम दस हजार का लोन पेड कर दिए। अब उनमें से 18 हजार 305 स्ट्रीट वेंडर योजना के तहत बीस हजार का ऋण देने के लिए आवेदन किए हैं। बताते हैं कि इनमें से 16121 दुकानदारों का ऋण स्वीकृत हो चुका है। इतना ही नहीं करीब एक हजार लोग यह बीस हजार का ऋण भी स्वीकृत कर दिए हैं। दोनों ऋण जमा करने वालों में 930 दुकानदार 50 हजार रुपये लोन लेकर व्यापार बढ़ाई की मंशा जाहिर किए। अफसरों की मानें तो 740 आवेदकों को अंतिम और आखिरी 50 हजार रुपये का लोन जल्द ही उनके खाते में पहुंच जाएगा।

ऐसे लीजिए लोन और करिए व्यापार
आर्थिक तंगी और बेरोजगारी से जूझ रहे हैं तो पीएम स्वनिधि स्कीम के तहत 10 के लोन से रोजगार शुरू कर सकते हैं। यह लोन लेने के लिए बहुत कागजात की जरूरत नहीं है। बस एक आधार कार्ड, पैन कार्ड व बैंक पास बुक लेकर डूडा अथवां नगर निगम पहुंचें। यहां काउंटर पर सारे कागजात देते हुए ऋण के लिए अप्लाई ऑनलाइन करा दें। ऋण उसी बैंक से होगा जिसमें आपका खाता है।

दस हजार के ऋण पर सात फायदे
रोजगार के लिए प्रधान मंत्री स्वनिधि से दस हजार का ऋण पास होते ही पात्र दुकानदार सात योजनाओं का हकदार हो जाता है।
बताते हैं कि सबसे पहले तो पात्र व्यक्ति का उद्यमि रजिस्ट्रेशन स्कीम के तहत पांच लाख तक का इंश्योरेंस सरकार कर देती है।
पात्र महिला है तो ठीक पुरुष है तो उसकी पत्नी को मातृ वंदना योजना के तहत डिलेवरी आदि में सुविधाएं मिलने लगती है।
पात्र के परिवार में कोई मजदूरी करता है तो बीओसीडब्लू स्कीम के तहत श्रम विभाग लाभ से लाभान्वित होता है।
पीएम सुरक्षा योजना के तहत परिवार को इलाज आदि में भी सुविधाएं स्वत: मिलने का भी प्राविधान है।
ऐसे पात्रों को राशन व राशन कार्ड जैसी सुविधाएं भी सरकार के लिस्ट में शामिल है।
इतना ही नहीं, जन धन योजना के तहत ऐसे ऋण लेने वाले दुकानदारों का खाता भी बैंक में खुल जाता है


पीएम स्वनिधि स्कीम उन बेरोजगारों के लिए है जो पैसे के अभाव में छोटा मोटा भी धंधा नहीं कर पा रहे। योजना के तहत दस हजार के लोन से वेंडिंग जैसे काम करके वे 50 हजार तक का ऋण लेकर अपना कारोबार बढ़ा सकते हैं।
सुजीत सिंह, शहर मिशन प्रबंधक डूडा

Posted By: Inextlive