भईया हमार घर कौन ताकी, हम तो हिया हई
प्रयागराज (ब्यूरो)। यह कहानी केवल कुसुम की नही है। इसी शेल्टर में रहने वाले खुर्रम, विराज और प्रभाकर को भी अपने घर और सामान की चिंता सता रही है। बता दें कि बीते सालों में बाढ़ के दौरान घरों में चोरियों की तादाद बढ़ गई थी। रात के अंधेरे में चोरों ने खाली घरों में खूब सेंध लगाई थी। मजबूरन प्रशासन को बाढ़ ग्रस्त एरिया में रात के समय नाव से पुलिस को गश्त लगाने के निर्देश देने पड़े थे। यही कारण है कि राहत शिविरों में आने के बाद परिवार का एक व्यक्ति रात में घर के आसपास चक्कर लगाता रहता है। आधा दर्जन शिविरों में 600 लोग
प्रशासन की ओर से शहर में बनाए गए आधा दर्जन शिविरों में 600 लोग निवास कर रहे हैं। जबकि परिवारों की संख्या 150 पहुंच चुकी है। देर शाम तक लोगों के आने का क्रम जारी था। कैंट मैरेज हाल सदर बाजार में 4, ऋषिकुल विद्यालय राजापुर में 80, स्वामी विवेकानंद अशोक नगर में 160, वाईएमसीए नायडू मार्ग में 30, एनीबेसेंट स्कूल में 250 और महबूब अली इंटर कॉलेज स्टैनली रोड में 100 से अधिक लोग शाम तक पहुंच चुके थे। फ्री में लगाई गई हैं नाव, पैसा मांगे तो करें शिकायत
प्रशासन की ओर से बाढ़ पीडि़तों के लिए निशुल्क नाव लगाई गई हैं। इसका निर्धारित रेट शासन की ओर से दिया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि अगर कोई नाव चालक पैसा मांगता है तो इसकी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। बाढ़ ग्रसित एरिया में लेखपालों की तैनाती की गई है। बावजूद इसके अगर राहत नही पहुंच रही है तो लोग कंट्रोल रूम के नंबर 9450105231 पर कॉल कर सकते हैं।जरूरत पडऩे पर शिफ्ट किए जाएंगे लोग
डीएम संजय कुमार खत्री ने गुरुवार को एनी बेसेंट गल्र्स इंटर कालेज राहत शिविर का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां पर रह रहे लोगो से खाने, पीने के पानी, साफ-सफाई, बिजली, पंखे आदि की जानकारी ली तथा सम्बंधित राहत शिविर के प्रभारी अधिकारी को निर्देशित किया कि बाढ़ से प्रभावित लोगो के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित रहे। कहा कि ड्यूटी में तैनात अधिकारी एवं कर्मचारी भी यहीं खाना खायेंगे। नदियों का जलस्तर बढऩे पर 12 राहत शिविरों को क्रियाशील रखा गया है। 03 राहत शिविरों में काफी संख्या में बाढ़ से प्रभावित परिवार आ चुके है। राहत चैकियों पर पुलिस पेट्रोलिंग, नाव की व्यवस्था सहित सभी आवश्यक व्यवस्थायें करा दी गयी है। प्रत्येक शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में राहत शिविर बनाये गये है, जहां पर जरूरत पडऩे पर बाढ़ से प्रभावित लोगो को वहां पर शिफ्ट कर दिया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में सभी उपजिलाधिकारी एवं तहसीलदारों को भी एलर्ट स्थिति में रहते हुए बाढ़ की स्थिति की लगातार मानीटरिंग करते रहने को कहा है। कहा कि पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में चारा की भी व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाये। इस अवसर पर एडीएम वित्त/राजस्व जगदम्बा सिंह, उपजिलाधिकारी सदर युवराज सिंह सहित सभी सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।