बड़ी बहन संग पुराने मकान के पास छप्पर में गए अनुराग यादव 12 की बेरहमी से हत्या कर दी गई. कातिल पहले उसकी जमकर पिटाई किए. इसके बाद गला घोंट कर मौत के घाट उतार दिए. मंगलवार रात हुई घटना के बाद हत्यारे अंधेरे में आराम से भाग निकले. बहन नए मकान पर वापस लौट आई और चुपचाप बिस्तर पर लेट गई. परिवार वालों को लगा कि अनुराग भी सो रहा होगा. बुधवार की सुबह छप्पर में अनुराग की बॉडी देखकर कुछ लोग सन्नाटे में आ गए. बात उसके घर वालों को मालूम चली तो सभी चीख पड़े. रोते बिलखते परिवार के लोग भागकर पुराने मकान के छप्पर यानी घटना स्थल पर पहुंचे. सुबह-सुबह बालक के कत्ल की खबर पूरे गांव में फैली तो ग्रामीण दौड़ पड़े. बात मालूम चली और पुलिस फोर्स के साथ एसपी यमुनापार भी मौके पर पहुंचे. पुलिस द्वारा मामले की छानबीन शुरू की गई. घटना के पीछे मौत के घाट उतारे गए बालक की बहन और उसके इश्क का रोल संदिग्ध माना जा रहा है. पूछताछ बाद पुलिस उसकी बहन को हिरासत में ले ली है. वारदात औद्योगिक थाना क्षेत्र के बेदो गांव की है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। यमुनापार के बेदो गांव निवासी लाल बहादुर यादव के तीन बेटे और एक बेटी सपना है। वह खेती किसानी और दुग्ध व्यवसाय से परिवार का पालन पोषण किया करता था। बताते हैं कि पिछले साल उसके एक तीन वर्षीय बेटे की मौत हो गई थी। बेटे की मौत से लाल बहादुर और उसकी पत्नी काफी व्यथित थे। आज भी दोनों उसके गम से पूरी तरह बाहर नहीं आ सके। वह पुराने कच्चे मकान से थोड़ी दूरी पर पक्का मकान बनवा लिया था। इसी पक्के मकान में परिवार के साथ वह रहा करता था। खाना बनाने और खाने का काम पुराने मकान पर ही परिवार किया करता था। वहां खाना खाने के बाद सभी सोने के लिए पक्के नए मकान में आ जाते थे। मंगलवार की रात भी ऐसा ही हुआ। नए मकान पर आने के थोड़ी देर बाद उसकी बेटी छोटे भाई अनुराग के साथ पुराने घर के छप्पर तक गई। घर वालों को लगा कि कुछ काम से गई होगी वापस आ जाएगी। इस बीच वापस नए वाले मकान पर आकर बिस्तर चुपचाप लेट गई। घर वाले सोचे कि अनुराग भी सो रहा होगा। लिहाजा रात में बहुत उसकी खोज बीन नहीं किए। वह साथ नहीं आया यह बात सपना घर वालों को बताना मुनासिब नहीं समझी। सुबह कुछ कुछ लोग अनुराग की बॉडी उसके पुराने घर के पास छप्पर में पड़ी देखे तो सन्नाटे में आ गए। बात उसके घर वालों और ग्रामीणों तक पहुंची तो परिवार में कोहराम मच गया। मालूम चलने पर पहुंची पुलिस व एसपी यमुनापार मामले की छानबीन व पूछताछ में जुट गए। इस बीच पुलिस द्वारा की गई तफ्तीश से अनुराग के कत्ल में उसकी बहन की भूमिका संदिग्ध पाई गई। उसे हिरासत में लेते हुए पुलिस द्वारा अनुराग की बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेजी गई। पोस्टमार्टम से जुड़े सूत्रों के मुताबिक अनुराग को कत्ल से पहले बेरहमी से पीटा गया था। उसके दोनों गाल और पीठ एवं बार्ईं जांघ पर चोट के निशान मिले हैं। इतना ही नहीं पाया गया है कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई है। उसकी बॉडी का पोस्टमार्टम वीडियोग्राफी और डॉक्टरों के पैनल द्वारा किया गया। देर रात तक औद्योगिक थाने की पुलिस तहरीर और उसके पोस्टमार्टम का इंतजार करती रही।

इश्क का राज जान गया था अनुराग
जिस बहन के साथ अनुराग रात में छप्पर तक गया था पुलिस के मुताबिक उसकी उम्र करीब 15 वर्ष के आसपास है। वह कक्षा पांच तक पढऩे के बाद स्कूल छोड़ दी थी। अनुराग यादव मर्डर केस की जांच कर रही पुलिस की मानें तो तफ्तीश में उसकी बहन का पड़ोस के एक युवक से इश्क की बात सामने आई है। छानबीन में पुलिस को यह भी मालूम चला है कि उसके इश्क की बात अनुराग को मालूम चल गई थी। कई बार वह बहन को बाज नहीं आने पर सारी बात घर वालों को बताने की बात बोल चुका था। इसके बाद भी उसकी बातों को बहन तवज्जो नहीं दे रही थी। पुलिस को पूरा शक है कि उसी के आशिक ने ही अनुराग की हत्या की होगी। फिलहाल पुलिस उसकी बहन को हिरासत में ले रखी है। घर वालों की तरफ से पुलिस तहरीर मिलने का इंतजार देर रात तक करती रही।

बालक की बॉडी उसके छप्पर में पुराने घर के पास मिली है। बॉडी पर चोट के कोई जाहिरा निशान नहीं हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा। फिलहाल छानबीन और पूछताछ में मामला कत्ल का लग रहा है। मारे गए बालक की बहन इस मामले में संदिग्ध नजर आ रही है। हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। तहरीर मिलने के बाद केस दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
सौरभ दीक्षित एसपी यमुनापार

Posted By: Inextlive