स्नेह के बंधन में बंधे बंदी
नैनी सेंट्रल जेल में बंद भाइयों को की कलाई पर 344 बहनों ने बांधी राखी
जेल पहुंचे 252 भाइयों ने भी महिला बंदियों से कलाई पर बंधवाई राखी PRAYAGRAJ: भाई और बहन के नेह भरे पर्व रक्षा बंधन पर रविवार को नैनी सेंट्रल जेल का द्वार गुलजार रहा। सैकड़ों की संख्या में पहुंची बहनें बंदियों को राखी बांधकर कुशल क्षेम पूछा। पर्व पर बहनों के इस प्यार को देख बंदियों का दिल भर आया। सभी बहनों को सदा खुश रहने की दुआएं ईश्वर से किए। इस बीच राखी लेकर पहुंची महिलाओं व युवतियों को कोविड-19 रूल्स का भी पालन करना पड़ा। कोविड सेफ्टी का रखा ख्यालपर्व के मद्देनजर जेल प्रशासन कोविड-19 को लेकर पहले से अलर्ट रहा। यहां सुबह आठ बजे से ही जेल के द्वार पर राखी लेकर महिलाएं व युवतियां कतार में लग गई। बंदियों को राखी बांधने पहुंची महिलाओं की आरटी पीसीआर रिपोर्ट चेक की गई। जिनके पास 72 घंटे के अंदर की यह रिपोर्ट उन्हें ही मुलाकात कर राखी बांधने की इजाजत दी गई। शेष की राखी को गेट पर रखवा कर सेनेटाइज करवाने के बाद बंदियों तक पहुंचाई गई। राखी बांधने के लिए सेंट्रल जेल के गेट पर कुल 344 महिलाएं पहुंची थीं। इनके जरिए बंदियों को राखी बांधकर उनकी लंबी और खुद की रक्षा की कामना कीं। इसी तरह बंदी महिलाओं से 252 भाई भी राखी बंधवाने जेल पहुंचे। मुलाकात के लिए बने काउंटर पर पहुंचकर बहनों ने भाई की कलाई पर राखी बांध उनका कुशलक्षेम पूछा। पर्व पर बंदी भाइयों को बहनें व बहनों को भाई मिले तो उनकी आंखें नम हो गई।
पर्व पर बंदियों से राखी बंधवाने व बांधने पहुंची महिलाएं एवं पुरुषों की आरटी पीसीआर जांच रिपोर्ट चेक की गई। इसके बाद उन्हें मिलने की इजाजत दी गई। जिनके पास यह रिपोर्ट नहीं थे उनकी राखी सेनेटाइजेशन के बाद बंदियों तक पहुंचाई गई। पीएन पांडेय , वरिष्ठ जेल अधीक्षक नैनी सेंट्रल जेल