इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की अनुमति के बिना ताला तोड़कर डेरा डालने वाले छात्रों के दो गुट एसएसएल में भिड़े

कर्नलगंज थाने में एक पक्ष ने कराया मुकदमा तो दूसरे ने लगाए रैगिंग के गंभीर आरोप

चीफ प्राक्टर ने दोनों पक्षों से छह छात्रों को किया यूनिवर्सिटी से निलंबित

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के सर सुंदर लाल छात्रावास (एसएसएल) में बगैर अनुमति ताला तोड़कर रहने वाले छात्रों के दो गुट में किसी बात को लेकर तकरार हो गई। एक पक्ष ने कर्नलगंज थाने में मारपीट और बमबाजी का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं, दूसरे गुट ने कुलपति प्रो। संगीता श्रीवास्तव समेत अन्य प्रशासनिक अफसरों को पत्र भेजकर रैगिंग का आरोप लगाया है। मामले में एंटी रैगिंग पोर्टल ने भी इवि प्रशासन से जवाब तलब कर लिया है। वहीं, चीफ प्राक्टर प्रोफेसर हर्ष कुमार ने दोनों पक्षों से छह छात्रों को निलंबित करते हुए छात्रावास के अधीक्षक डॉ संतोष कुमार सिंह से आख्या मांगी है।

नशे में होकर की तोड़फोड़

विश्वविद्यालय में बीए तृतीय वर्ष के छात्र प्रवीण कुमार सिंह ने कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया कि हास्टल में रहने वाले विकास सिंह पटेल, अभिषेक सिंह, आदित्य नारायण सिंह, आयुष सिंह और रोहित कुमार ने शराब के नशे में तोड़फोड़ करते हुए बमबाजी की। वजह पूछने पर गाली-गलौज करने लगे। अन्य छात्रों के बीच-बचाव करने पर मामला शांत हुआ। आरोप है कि फिर रात दो बजे पांचों लोगों ने कट्टे की बट और लोहे की राड से हमला कर दिया। साथ ही शिकायत करने पर जाने से मारने की धमकी दी।

दूसरे पक्ष ने पोर्टल पर डाल दी जानकारी

इसके बाद दूसरे पक्ष ने उत्तम त्रिपाठी, आनंद कौशल सिंह, अमन सिंह सोमवंशी, अभिषेक यादव, विवेक यदव, प्रवीण सिंह और आलोक सिंह ज्वाला पर रैगिंग का आरोप लगाया है। साथ ही लैपटाप, मोबाइल के अलावा शैक्षणिक अभिलेखों को जलाने का आरोप लगाते हुए कुलपति, रजिस्ट्रार, चीफ प्राक्टर से लिखित शिकायत की। आरोप लगाया है कि इवि प्रशासन मामले को दबाने में जुट गया तो एंटी रैगिंग पोर्टल पर शिकायत की गई है। इसके बाद विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अफसरों में खलबली मच गई।

हास्टल में छात्रों ने मारपीट की थी। कर्नलगंज थाने में एक पक्ष ने मुकदमा भी कराया है। दूसरे पक्ष ने एंटी रैगिंग पोर्टल पर रैगिंग की शिकायत की है। पोर्टल से मामले में जवाब मांगा गया है। ये सभी जबरन आकर रह रहे हैं, मामले में छह छात्रों को निलंबित कर अधीक्षक से आख्या मांगी गई है।

प्रोफेसर हर्ष कुमार

चीफ प्राक्टर

Posted By: Inextlive