बोगी की क्षमता 72, यात्री बैठे रहे तीन सौ
प्रयागराज (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के रियलिटी चेक में मिला कि भी क्षमता से चार गुना अधिक होने के चलते बोगी में टीटीई से लेकर जीआरपी और आरपीएफ के जवान तक चेक करने के लिए नहीं घुस पा रहे हैं। लोग फर्श तक बैठकर सफर करने को मजबूर हैं। सबसे ज्यादा भीड़ मुंबई से आने वाली गोदान एक्सप्रेस, दिल्ली और सूरत से आने वाली ताप्ती गंगा एक्सप्रेस में हो रही है। कामायनी एक्सप्रेस ट्रेन जैसे ही जंक्शन पर पहुंची तो ज्यादातर पैसेंजर पानी भरने के लिए उतरे तो काफी हद तक बोगी खाली हो गई। जब ट्रेन चली तो भीड़ किस कदर था कि लोग एक दूसरे के ऊपर चढ़े हुए थे। यह आलम जनरल से लेकर स्लीपर कोच की बोगियों में देखने को मिला। काजल, विनोद, शंकर, ज्योति, दीपक गुप्ता, आशुतोष व अन्य पैसेंजर से पूछने पर ज्यादातर का जवाब मिला कि रिश्तेदार के यहां शादी है। कुछ इसी तरह का हाल पवन एक्सप्रेस, काशी, लोकमान्य तिलक, महानगरी में भी देख्,ा
भीड़ वाली बोगी में मारपीट व किसी तरह की घटनाएं होने पर सुरक्षा कर्मी तक अंदर जाने से कतराते हैं इस भीड़ में कोई ध्यान देना वाला नहीं होता है। इसलिए लोग भी अपने साथ घर गृहस्थी के सामान तक लेकर सफर करते हैं
भीड़ के चलते कई बार लोग गेट व सीढियों पर लटक कर बैठते हैं, जिससे हादसे होने का डर बना रहता है