कोरोना से मरने वालों की बॉडी जलाने में अवैध वसूली के खिलाफ दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की मुहिम का बड़ा असर

फाफामऊ घाट पर टूटा काकस, अफसरों ने बॉडी के अंतिम संस्कार का रेट किया फिक्स

mukesh.chaturvedi@inext.co.in

कोरोना से मरने वालों की बॉडी के अंतिम संस्कार में परिजनों से अवैध वसूली पर बुधवार को रोक लगा दी गई। फाफामऊ घाट पहुंचे पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने अंतिम संस्कार का रेट फिक्स कर दिया। घाट पर गमजदा लोगों से एक लकड़ी सौदागर द्वारा अवैध वसूली की जा रही थी। वह घाट पर बॉडी जलाने वालों से सेटिंग करके यह काम कर रहा था। किसी-किसी से तो वे दस-दस हजार रुपये भी बॉडी जलवाने के लिए वसूल लेता था। घाट पर अन्य लकड़ी विक्रेता उसके काकस के सामने घुटने टेक चुके थे। अंतिम संस्कार में उस मुनाफाखोर की करतूत के खिलाफ कई दिनों से दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने मुहिम छेड़ रखा था। देर से ही सही, सो रहे अफसरों की आंख बुधवार को खुली तो घाट पर लकड़ी से लेकर अन्य चीजों के रेट फिक्स कर दिए गए।

घाट पर दोपहर को पहुंचे अफसर

घाट पर हो रही वसूली कि पिछले दिनों पब्लिक में खूब चर्चा रही। इस बात सच्चाई पता लगाने के लिए दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट रिपोर्ट घाट पर जा पहुंचा। चर्चाएं रिपोर्टर की पड़ताल में सच साबित हुई। इसके बाद दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने इस मुनाफाखोरी और अवैध वसूली के खिलाफ मुहिम छेड़ दिया। लगातार तीन दिनों तक प्रकाशित खबरों से लोग अवेयर हुए। जागरुकता का परिणाम ही था कि मंगलवार दोपहर घाट पर जबरदस्त हंगामा हो गया। लोग अवैध वसूली कर रहे काकस बाज लकड़ी टाल संचालक से भिड़ गए। बॉडी जलाने वालों से अपनी सेटिंग के दम पर टाल संचालक गमजदा लोगों से अभद्रता पर उतर आया। इसके बाद महिला की बॉडी लेकर पहुंचे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। वह उसकी हरकत को लेकर हंगामा शुरू कर दिए। इस हंगामे का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल हुए वीडियो भी अवैध वसूली की मुहिम का हिस्सा बन गया। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में प्रकाशित खबरों को लेकर देर से ही सही अफसरों की आंख खुली। बुधवार को सीओ सोरांव सहित कई प्रशासनिक अफसर फाफामऊ घाट पर जा पहुंचे। अधिकारियों द्वारा अवैध वसूली पर रोक लगाते हुए हर चीज का रेट फिक्स कर दिया।

अफसरों द्वारा बनाए गए यह नियम

घाट पर किसी एक टाल की लकड़ी से कोरोना बॉडी का अंतिम संस्कार नहीं होगा

फाफामऊ घाट पर गमजदा परिजन किसी भी टाल से लकड़ी खरीद कर सकते हैं

इस घाट पर पहले लकड़ी के दो टाल थे, मौजूदा समय में यहां तीन टाल संचालित हैं

अधिकारियों ने तीनों टाल पर बॉडी जलाने वाले दो-दो व्यक्तियों को रख दिया

ताकि लकड़ी किसी भी टाल की हो बॉडी के अंतिम संस्कार में बाधा न हो

जिस टाल से लकड़ी जाएगी उस टाल के लिए डिप्यूट लड़के बॉडी को जलाएंगे

लकड़े व्यस्त रहते रहते हैं, इसलिए उनका चार्ज टाल संचालक ही वसूलेंगे

बॉडी जलाने वाले लड़कों का चार्ज अफसरों ने एक हजार रुपए फिक्स किया है

यह एक हजार रुपया लेने वाला टाल संचालक परिजनों से वसूल कर उन्हें देगा

इस तरह पूरी व्यवस्था पर कुंडली मारकर बैठे एक शख्स का काकस टूट गया

पांच मन लकड़ी है पर्याप्त

टाल संचालक बताते हैं एक बॉडी को जलाने में ज्यादा से ज्यादा चार से पांच मन लकड़ी पर्याप्त होती है। इस तरह 700 रुपये की दर से पांच मन का रेट 2800 रुपये होते हैं। मतलब यह कि एक मन लकड़ी का दाम पहले टाल संचालक बेवजह ही परिजनों से वसूलता था। लकड़ी के अलावा धूप या अन्य सामान लेने के लिए मृतक के परिजन पर कोई दबाव नहीं बनाएगा। यह सामान लेने हैं या नहीं ये बात परिजनों की इच्छा पर डिपेंड होगा।

पब्लिक का हुआ फायदा

सामान/काम रेट पहले रेट अब

बॉडी जलाने का मनमाना 1000

लकड़ी पांच मन 5000 3500

धूप/अन्य सामान 1500 200

एक बॉडी पर खर्च 7500 4700

कोरोना पेशेंट्स की बॉडी जलाने के नाम पर मनमाना दाम वसूलने की शिकायत प्राप्त हुई थी। इसका समाधान दे दिया गया है। हर सामग्री का रेट फिक्स कर दिया गया है। लकड़ी भी तीन में से किसी भी दुकान से ली जा सकती है। जहां से लकड़ी जाएगी, उसी स्टॉल का बंदा बॉडी को आग देगा।

गंगा राम गुप्ता

एडीएम, नजूल, प्रयागराज

Posted By: Inextlive