कार पर बोर्ड का 'भौकाल' पड़ा महंगा
कार के आगे राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग जिला अध्यक्ष प्रयागराज का बोर्ड व पीछे शीशे पर लिखा है प्रेस
सिविल लाइंस पुलिस द्वारा पकड़ी गई कार को किया गया सीज, कार मीडिया कर्मी की है या अध्यक्ष चल रही जांच PRAYAGRAJ: गाड़ी पर पद या पार्टी के बोर्ड लगाने पर सख्त पाबंदी है। बावजूद इसके नियमों की परवाह किए बगैर कुछ लोग आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ऐसी ही एक कार सिविल लाइंस में पकड़ी गई। कार के आगे राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग जिला अध्यक्ष प्रयागराज का बड़ा सा बोर्ड लगा है। जबकि बैक साइड शीशे पर प्रेस लिखा है। बेरोक-टोक चल रही ऐसी गाडि़याकंफ्यूजन यह है कि कार मीडिया कर्मचारी की है या फिर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग जिला अध्यक्ष प्रयागराज की। फिलहाल सिविल लाइंस पुलिस राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग जिला अध्यक्ष प्रयागराज होने की बात खारिज करती है। मतलब यह कि कार में यह बोर्ड सिर्फ पब्लिक व पुलिस पर भौकाल जमाने के लिए फर्जी ही लिखा रखा था। सिविल लाइंस पुलिस के मुताबिक पकड़ी गई कार को सीज कर थाने में दाखिल कर दिया गया है। लोग कहते हैं कि पकड़ी गई यह कार तो महज एक उदाहरण मात्र है। ऐसी तमाम कार शहर में दिन रात घूमती है जिस पर प्रेस या अन्य पार्टी अथवा संस्था और विभाग का बोर्ड लगाकर लोग बेरोक-टोक चल रहे हैं।
वर्जन पकड़ी गई कार को सीज कर दाखिल कर दिया गया है। कार राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग जिला अध्यक्ष प्रयागराज की नहीं है। मीडिया कर्मी की कार है या नहीं इस बात की जांच की जा रही है। रवीन्द्र प्रताप सिंह, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस