हिफाजत के लिए रखे जाने वाले हथियार सुरक्षा से ज्यादा मुसीबत बन रहे हैं. लाइसेंसी हथियार आत्महत्या और कत्ल में ही इस्तेमाल हो रहे है. एक भी ऐसी घटना किसी को याद नहीं होगी जब लाइसेंसी असलहे के बूते किसी ने अपनी सुरक्षा की हो. पुलिस भी परेशान है. सच तो यह है कि इधर कुछ सालों से असलहे हनक और धौंस जमाने के लिए ही खरीदे जाते हैं. आलम यह है कि बीते कुछ सालों के अंतराल लाइसेंसी असलहों से हत्या का प्रयास हत्या खुदकुशी समेत दूसरी वारदातों में इस्तेमाल हुआ है. वहीं पुलिस रिकार्ड के अनुसार 47 से अधिक लाइसेंसी बंदूकों के निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेजी गई है. जिसमें से कुछ की निरस्तीकरण की रिपोर्ट पेडिंग में पड़ी हुई है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। आजकल लाइसेंसी हथियार स्टेटस सिम्बल बन गए है। इसलिए लोग असलहा रखना शान समझते हैं। यही कारण है कि आत्मरक्षा के लिए दिए जाने वाले लाइसेंसी हथियार, जान लेने के काम आ रहे है। सच तो यह है कि ऐसे हथियारों से सुरक्षा के लिए एक भी फायर नहीं हुये है। खासतौर पर ठेकेदार और नेतागिरी से जुड़े लोग असलहा लाइसेंस पाने के लिए पूरा जोर लगा देते है और फिर इन्हीं हथियारों से गोली मारकर हत्या की घटनाएं होती है।
मा-बाप को भी नहीं बख्शा
हाल ही में 30 नवंबर 2022 को नैनी के मामा भांजा इलाके में दुकानदार लालचंद्र जायसवाल और उनकी पत्नी कुसुम को छोटे बेटे रितेश ने अपने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मार दी। रितेश ने इस हथियार से हवाई फायरिंग कर पुलिस और पब्लिक को भी दहशत में डाल दिया था। पुलिस के आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले पांच साल में अब तक लाइसेंसी शस्त्रों (राइफल, पिस्टल, रिवाल्वर और बंदूक) से हत्या, खुदकुशी और भौकाल दिखाने के लिए हवाई फायरिंग की तीन दर्जन से अधिक घटनाएं हो चुकी है। इनमें हत्या की एक दर्जन के करीब और खुदकुशी, आधा दर्जन से अधिक और भौकाल के चक्कर में हवाई फायरिंग की एक दर्जन के करीब घटनाएं है।

01 दिसंबर 2021 की रात मेडिकल चौराहे के पास ठेकेदार बच्चा यादव की लाइसेंसी
बंदूक से मारी गई थी गोली
05 जुलाई 2022 को नैनी के अरैल इलाके में यजमानी के विवाद में तीर्थ पुरोहित आशीष तिवारी उर्फ बबुआ की हुई थी हत्या
29 अप्रैल 2020 को लालापुर के अमिलिया तरहार गांव में आनंद नामक युवक ने खुद को गोली मार कर दे दी थी जान
25 मई 2022 को नैनी क्षेत्र में पिता ने बेटी उसके प्रेमी को लाइसेंसी पिस्टल से मारी थी गोली
06 नवंबर 2022 को शिवकुटी क्षेत्र में आधी रात नशे में धुत सीआपीएफ जवान तारीक ने फायरिंग कर फैला दी थी दहशत

47 लाइसेंसी असलहों का निरस्तीकरण रिपोर्ट बनाकर पुलिस तीन सालों में भेज चुकी है रिपोर्ट
09 असलहें इनमें से ऐसे है जिनसे सिर्फ हवाई फायरिंग व भौकाल दिखाने व वीडियो वायरल पर हुई है कार्रवाई
11 हत्या की घटना में लाइसेंसी राइफल, पिस्टल, रिवाल्वर और बंदूक से हुआ है मर्डर
08 घटनाओं में लाइसेंसी बूंदक व रिवाल्वर खुदकुशी का उठाया गया है कदम
19 ऐसे लाइसेंसी असलहें है जिनको पुलिस ने गुंडा व माफिया घोषित गैंग के तहत भेजा है निरस्तीकरण की रिपोर्ट


अपराध नियंत्रण के लिए सभी जरूरी कदम उठाये जाएंगे। लाइसेंसी और अवैध सभी तरह के हथियारों के इस्तेमाल पर अंकुश भी शामिल है।
रमित शर्मा, पुलिस कमिश्नर प्रयागराज

Posted By: Inextlive